अमेरिका में परंपरा की अलख जगा रहे छत्तीसगढ़ के वासी, श्रम के सम्मान में न्यूयार्क में भी खाया गया बोरे-बासी

श्रम के सम्मान में न केवल छत्तीसगढ़ में बाेरे-बासी खाई गई, बल्कि अमेरिका में रहने वाले छत्तीसगढ़ के लोगों ने भी इस परंपरा का निर्वाह किया। सीएम भूपेश बघेल के सीजी मॉडल की चर्चा पहले ही विदेशाें में है, बोरे-बासी भी विदेशों में फेमस हो गया। अमेरिका में रहने वाले छत्तीसगढ़ियों की रहन-सहन और खान-पान की तारीफ अमेरिकी भी करते हैं।.

विदेशों में रहकर भी छत्तीसगढ़ के लोग अपनी परंपरा को नहीं भूले। जांजगीर जिले के हरदी (महामाया) निवासी विभाश्री साहू पिछले दस साल से अमेरिका के न्यूयार्क में रहती है। वे न्यूयार्क में रहते हुए छत्तीसगढ़ी परंपरा को कभी नहीं भूली। छत्तीसगढ़ के हर तीज-त्योहार को वहां भी धूमधाम से मनाती हैं। विभाश्री ने बताया कि सीएम भूपेश बघेल के अपील के अनुसार 1 मई रविवार को उन्होंने अपने परिवार के साथ बाेरे-बासी के साथ बड़ी- बिजौरी का लुत्फ उठाया।

अमेरिकी करते हैं मखना और रखिया बरी की तारीफ
न्यूयार्क में रहते हुए विभाश्री कभी भी अपनी संस्कृति और परंपरा को नहीं भूली। वे छत्तीसगढ़ में पसंद किए जाने वाले मखना, रखिया और लाई बड़ी के साथ बड़ी, बिजौरी, आचार-पापड़ बनाती हैं। अमेरिकी भी इसकी तारीफ करते हैं। उन्होंने बताया कि मेहमानवाजी भी इसी से करती हैं।

गाॅर्डन में उगाई भाजी व सब्जियां: छत्तीसगढ़ की परंपरा के अनुसार विभाश्री न्यूयार्क में अपने घर के गार्डन में लाल-पालक भाजी से लेकर लौकी, भिंडी, करेला, बरबट्टी की सब्जियां भी लगाती है। अमेरिका में रहने वाले इससे प्रभावित रहते हैं।

Scroll to Top