युवाओं के लिए प्रेरणा: छोटे गांव से IAS बने राजनांदगांव के नए कलेक्टर जितेंद्र यादव की कहानी…

युवाओं के लिए प्रेरणा: छोटे गांव से IAS बने राजनांदगांव के नए कलेक्टर जितेंद्र यादव की कहानी…

छत्तीसगढ़ शासन ने IAS जितेंद्र यादव को राजनांदगांव जिले का नया कलेक्टर नियुक्त किया है। जशपुर और रायगढ़ जैसे जिलों में अपनी कार्यशैली से पहचान बनाने वाले जितेंद्र यादव अब राजनांदगांव की कमान संभालेंगे। हरियाणा के एक छोटे से गांव कर्णवास से निकलकर आईएएस बनने तक का उनका सफर संघर्ष, मेहनत और लगन की प्रेरणादायक कहानी है।

जन्म और परिवार पृष्ठभूमि

आईएएस जितेंद्र यादव का जन्म 5 अगस्त 1990 को हरियाणा के रेवाड़ी जिले के कर्णवास गांव में हुआ। उनके पिता सुरेंद्र सिंह यादव एयरफोर्स से रिटायर होकर बिजली निगम में कार्यरत रहे, जबकि माता संतोष देवी गृहिणी हैं। परिवार में उनसे बड़ी एक बहन भी है

यूपीएससी से आईएएस तक का सफर, राजनांदगांव के नए कलेक्टर जितेंद्र यादव की कहानी
यूपीएससी से आईएएस तक का सफर, राजनांदगांव के नए कलेक्टर जितेंद्र यादव की कहानी

शिक्षा

गांव के सीनियर सेकेंडरी स्कूल कर्णवास से 10वीं

यदुवंशी स्कूल, ढोहकी से 12वीं (गणित विषय)

एआईईईई पास कर एनआईटी कुरुक्षेत्र से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग

2013 में इंजीनियरिंग पास आउट

मिनिस्ट्री ऑफ माइनॉरिटी अफेयर्स में 6 महीने एएसओ के रूप में नौकरी, फिर यूपीएससी की तैयारी

 

यूपीएससी सफर

पहला प्रयास : इंटरव्यू तक पहुंचे, चयन नहीं हुआ।

2016 : 622वीं रैंक, आईपीएस (हिमाचल प्रदेश कैडर)

2018 : 403वीं रैंक, आईएएस (छत्तीसगढ़ कैडर)

यूपीएससी से आईएएस तक का सफर, राजनांदगांव के नए कलेक्टर जितेंद्र यादव की कहानी
यूपीएससी से आईएएस तक का सफर, राजनांदगांव के नए कलेक्टर जितेंद्र यादव की कहानी

2019 : सहायक कलेक्टर, दुर्ग (कोविड-19 काल में सक्रिय भूमिका)

SDM, भानुप्रतापपुर (कांकेर) – कोरोना वैक्सीनेशन अभियान में सराहनीय कार्य

CEO, जशपुर जिला पंचायत – नरेगा में दिव्यांगजनों को रोजगार, शिक्षा में सुधार

CEO, रायगढ़ जिला पंचायत – प्रधानमंत्री आवास योजना में जिले को देश के टॉप-5 में शामिल कराया

निजी जीवन और शौक

जितेंद्र यादव को जॉगिंग और किताबें पढ़ना पसंद है।

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