२६जनवरी को प्रातः काल
अध्यक्ष लीनेस सुमिता पाण्डेय के प्रांगण में पूरे आदर और सम्मान के साथ सभी सदस्यों की उपस्थिति में बहुत ही शानदार तरीके से ध्वजारोहण का कार्य क्रम संपन्न हुआ।
जन गण मन के सहगान ने
पूरे वातावरण को गुंजायमान कर आनंद से भर दिया। भारत माता की जय, गणतंत्र अमर रहे, और वंदे मातरम के संयुक्त स्वर ने, परिवेश गूंजायमान करदिया।
भारत माता की फोटो पर जयमाल और पुष्पांजलि के बाद संरक्षक लीनेस डा प्रो मंजरी गुरु तथा लीनेस सुषमा श्रीवास्तव ने सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं और बधाइयां दी।
अध्यक्ष सुमिता पाण्डेय ने सबको बधाइयां और शुभकामनाएं देने के बाद
अपने उद्बोधन में गणतंत्र दिवस के बारे में सारगर्भित विचारों का प्रकटीकरण करते हुए कहा कि हमें अपने गणतंत्र तथा तिरंगे की आन-बान शान का हर पल ध्यान रखना है।
अपने संविधान द्वारा दिये गये अधिकारों के साथ ही साथ कर्तव्यों को पूरी निष्ठा ईमानदारी समर्पण तथा लगन से संपन्न करना है लीनेस मंजरी गुरु ने तिरंगे के तीन रंगों के महत्व , भारतीय संविधान और गणतंत्र दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला , देशभक्ति पर अपना स्वरचित गीत गाया तथा एक आव्हान गीत, ख़ून पसीने से अपनी धरती को नया बनाएंगे हम नया सबेरा लायेगे भी प्रस्तुत किया।
लीनेस श्रीमती लता बघेल ने अपनी स्वरचित रचना के माध्यम से भारतीय इतिहास के पन्ने पलटते हुए बताया कि कितनी मुश्किल से हमें आजादी मिली है और हमें उसे संभाल कर रखना है।
संरक्षक लीनेस सुषमा जी ने स्वदेश प्रेम की महिमा बताई।
कार्यक्रम का सफल संचालन लीनेस रजनी मिश्रा ने किया। आभार लीनेस रूपांजलि देशमुख द्वारा दिया गया।
यहां यह उल्लेखनीय है कि सभी सदस्य तिरंगे के तीन रंगों वाले वेशभूषा में थी।
सभी ने परस्पर सभी को शुभकामनाएं और बधाइयां दी।
बूंदी सेव का वितरण किया गया।
सेवांजली क्लब अध्यक्ष ने जिन सदस्यों का जनवरी माह में जन्मदिवस था, उन्हें पौधा उपहार स्वरूप प्रदान करते हुए पौधे संरंक्षण का संदेश दिया एवं एक पौधा एक व्यक्ति अभियान का शुभारंभ किया । कार्यक्रम उपरांत सभी को नाश्ते के पैकेट प्रदान किए गए। कार्यक्रम को सफल बनाने में लीनेस कावेरी शुक्ला ,लीनेस ममता चौहान ,लीनेस चंचला सिंह , लीनेस प्रतिभा सिंह ठाकुर ,लीनेस प्रियंका श्रीवास्तव, लीनेस तनु शर्मा ,लीनेस निशत अली, लीनेस सुनीता यादव, लीनेस प्रतिभा सिंह, लीनेस पूनम वर्मा ,लीनेस अर्चना महाले ,लीनेस सरोजनी कुर्रे का विशेष सहयोग रहा।