रायपुर शहर से 4 साल का एक बच्चा तीन दिनों से गायब है। उसे कौन लेकर गया पुलिस को यह भी पता है मगर अब तक बच्चे को नहीं ढूंढ सकी है। बच्चे की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। गुमसुम उदास घर की दहलीज पर बैठी रहती है जैसे ही कोई बेटे के गायब होने का जिक्र करता है उसकी आंखों में रुके आंसू बाहर छलक पड़ते हैं। कहती है हमन गरीब हरन, कहां गे मोर बेटा, ओला बचा लो साहब (हम गरीब हैं, कहां गया मेरा बेटा, उसे बचा लो साहब)
मां की ये दलील रायपुर पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान बनकर लटक रही है। 4 साल के हर्ष को उसके ही पड़ोस में रहने वाला पंचराम गेंडरे ने किडनैप किया है। वो अक्सर उसे अपने साथ बाइक पर घुमाता था, चॉकलेट देता था। हर्ष के पिता जयेंद्र ने बताया कि इसी वजह से हम उस पर विश्वास करते थे। मंगलवार को सुबह 10 बजे वो हमारे बेटे को लेकर गया मगर अब तक उसका कोई अता-पता नहीं है। हर्ष का पिता उरला के कारखाने में मजदूरी करता है। इस किडनैपिंग को अंजाम देने वाला पंचराम गेंडरे भी जयेंद्र के घर के पास रहता है और ईंट भट्ठे में काम करता है। पुलिस को अब इसकी तलाश है।
बच्चे को बेचने का शक
पुलिस अब इस केस में छानबीन कर रही है। अंदेशा जताया जा रहा है कि बच्चे को बेचने के लिए उसका अपहरण किया गया होगा। पुलिस को एक CCTV फुटेज भी मिला है जिसमें पंचराम गेंडरे बच्चे को भिलाई की दिशा में ले जाता दिखा है। उसके मोबाइल फोन की लोकेशन भी इसी इलाके की आई है। पुलिस की टीम हालांकि अब तक उसका पता नहीं लगा सकी है। पता चला है कि पंचराम गेंडरे उरला में अपनी मां के साथ अकेले ही रहता था, उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर जा चुकी है।
गृहमंत्री ने दिए बच्चे को सकुशल खोजने के निर्देश
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने उरला थाने के हर्ष प्रकरण में अब-तक की गई कार्यवाही पर एसएसपी रायपुर से फोन पर पूरी जानकारी ली और विशेष टीम बनाकर बालक हर्ष की सकुशल वापसी के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पेशल टीम बनाकर पुलिस को कार्रवाई करने को कहा है। मामले की जांच कर रहे उरला थाने के प्रभारी भरत बरेठ ने मीडिया को बताया कि किडनैपर का भिलाई में अंतिम लोकेशन मिला है। इस आधार पर सभी प्रमुख मार्ग, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।