भारत ने पिछले कुछ सालों में खेल के क्षेत्र में खूब प्रगाति की है। भारत ने ओलंपिक 2036 की मेजबानी के लिए भी दावेदारी पेश की है। भारतीय प्लेयर्स भी दुनिया के हर कोने में तिरंगा लहराया है। भारत सरकार ने भी खेलो इंडिया जैसे कार्यक्रम चलाकर प्रतिभाशाली युवाओं की खोज की है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को आगे बढ़ाते हुए खेल मंत्री मनसुख मांडविया की पहला पर दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में मोंडो ट्रैक बिछाने का कार्य पूरा हो गया है।
खेल मंत्री ने किया मोंडो ट्रैक का उद्घाटन
राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 के दिन खेल मंत्री मनसुख मांडविया दिल्ली के जवाहरलाल स्टेडियम में मोंडो ट्रैक का उद्घाटन किया है। खेल मंत्री ने कहा कि यह देश के लिए एक महान क्षण है और हम सभी को आज गर्व है कि भारत के पास अब अपना मोंडो ट्रैक है। आने वाले महीनों में यह अपने पहले टूर्नामेंट्स की मेजबानी करेगा और भारत अब राष्ट्रमंडल खेल 2030 और ओलंपिक 2036 के लिए औपचारिक रूप से बोली लगाएगा और उम्मीद है कि उसे मंजूरी मिल जाएगी। हमारा लक्ष्य 2047 तक भारत को खेलों का महाशक्ति बनाना है।
लॉस एंजिल्स 2028 में भी इस्तेमाल होगा मोंडो ट्रैक
भारतीय एथलीट लंबे समय से मोंडो ट्रैक की मांग कर रहे थे। अब जाकर उनकी ये ख्वाहिश पूरी हुई है। पूरी दुनिया में सिर्फ 24 देशों के पास ही यह खास ट्रैक है और अब भारत 25वां देश बन गया है, जिसके पास मोंडो ट्रैक है। लॉस एंजिल्स ओलंपिक 2028 में भी यह ट्रैक इस्तेमाल होगा।
वर्ल्ड पैरा एथलेक्टिस चैंपियनशिप से पहले प्लेयर्स को मिला तोहफा
खेल मंत्री मनसुख मांडविया के निर्देश पर ही साई इंजीनियरिंग विंग का गठन किया गया, जिससे भारत में खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर को विकसित किया जा सके। इसका पहला प्रोजेक्ट यह मोंडो ट्रैक है। इसे सिर्फ चार महीने में ही पूरा कर लिया गया। यह भारत की तीव्र कार्य क्षमता का प्रमाण है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को खेल राष्ट्र बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। 2025 में होने वाली वर्ल्ड पैरा एथलेक्टिस चैंपियनशिप से पहले प्लेयर्स के लिए एक अनमोल तोहफा है। अब भारतीय प्लेयर्स को अच्छी तैयारी के लिए विदेश नहीं जाना पड़ेगा।
नीरज चोपड़ा ने कही ये बात
जैवलिन स्टार नीरज चोपड़ा कहा कि आप सबको बताते हुए मुझे खुशी हो रही है कि जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में ये ट्रैक बना है। पैरालंपिक में दो गोल्ड जीत चुके सुमित अंतिल ने कहा कि यह ट्रैक हमें विश्व स्तर की तैयारी का अनुभव देगा। एथलीट प्रीति पाल ने कहा कि सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि हम इस पर दौड़ने वाले हैं।