देश की बड़ी डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे अब शेयर बाजार से निवेशकों की कमाई भी कराएगी. जल्द ही कंपनी अपना आईपीओ लेकर आ रही है. कंपनी ने मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए हैं. फोनपे का आईपीओ विशुद्ध रूप से ओएफएस या ऑफर फॉर सेल के बेस्ड पर होगा. जिसका साइज लगभग 12,000 करोड़ रुपए (1.35 अरब डॉलर) का होगा. मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि वॉलमार्ट, टाइगर ग्लोबल और माइक्रोसॉफ्ट तीन शेयर होल्डर फोनपे से अपनी हिस्सेदारी कम करने का मन बना रही हैं. तीनों की करीब 10 फीसदी हिस्सेदारी कम करना चाहती हैं. वैसे अभी तक तीनों की शेयरहोल्डर्स की ओर से कोई आधिकारिक सूचना सामने नहीं आई है. ना ही फोनपे का कोई आधिकारिक बयान सामने आया है.
फोनपे में कितनी कंपनियों का लगा है पैसा
इससे पहले 25 फरवरी के महीने में खबर आई थी कि कंपनी ने एक बड़े आईपीओ के लिए सलाहकार के रूप में 4 निवेश बैंकों, कोटक महिंद्रा कैपिटल, सिटी, मॉर्गन स्टेनली और जेपी मॉर्गन को चुना है और 15 अरब डॉलर (1,33,000 करोड़ रुपए) तक के लिस्टिंग वैल्यूएशन का लक्ष्य रखा है. बाद में 4 सितंबर को खबर आई कि फोनपे सितंबर के अंत तक गोपनीय तरीके से ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर सकता है.
फोनपे में वॉलमार्ट मेज्योरिटी शेयरहोल्डर है. साथ ही इस कंपनी में टाइगर ग्लोबल और माइक्रोसॉफ्ट के अलावा, जनरल अटलांटिक, रिबिट कैपिटल, टीवीएस कैपिटल, टेनसेंट और कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी जैसी बड़ी कंपनियों का भी निवेश शामिल है. फ़ोनपे और उसकी प्रतिद्वंद्वी गूगल पे भारत के यूपीआई (एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस) बाजार में दो प्रमुख खिलाड़ी हैं. वहीं दूसरी ओर वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड जो पेटीएम का संचालन करती है, इकलौती लिस्टेड कंपनी है, जिसके शेयर में बीते एक साल में 73.43 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है.
कैसी है फोनपे की फाइनेंशियल कंडीशन?
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2025 में साल-दर-साल 40 फीसदी बढ़कर 7,115 करोड़ रुपए हो गया और फ्री कैश फ्लो भी पॉजिटिव रहा, जिससे ऑपरेशनल से वर्ष के दौरान 1,202 करोड़ रुपए का रेवेन्यू हासिल हुआ है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इसका EBITDA (ESOP कॉस्ट को छोड़कर) दोगुना से भी ज़्यादा बढ़कर 1,477 करोड़ रुपए हो गया, जबकि पैट 220 फीसदी बढ़कर 630 करोड़ रुपए हो गया. फोनपे, जो अपने प्रमुख पेमेंट बिजनेस के अलावा लोन डिस्ट्रीब्यूशन और स्टॉक ब्रोकिंग में भी विविधता ला रहा है, ने भी 117 करोड़ रुपए का अपना पहला सकारात्मक समायोजित EBIT (ESOP लागत को छोड़कर) दर्ज किया.
कब लॉन्च हुआ था फोनपे
फोनपे को अगस्त 2016 में लॉन्च किया गया था और तब से फोनपे ग्रुप ने वित्तीय सेवाओं – इंश्योरेंस, लोन और प्रॉपर्टी के साथ-साथ नए कंज्यूमर टेक बिजनेस – पिनकोड और इंडस ऐपस्टोर में भी विस्तार किया है. कंपनी ने अपनी वित्त वर्ष 2024 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा था कि मार्च 2024 तक, हमारे लगभग 53 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स, लगभग 20 करोड़ मंथली एक्टिव कस्टमर्स, 50 लाख से ज़्यादा नेट पेमेंट कंपोनेंट स्थापित हैं.
PhonePe IPOहम हर महीने 770 करोड़ से ज़्यादा ट्रांजेक्शन प्रोसेस्ड करते हैं, जिसका कुल भुगतान मूल्य 10.5 लाख करोड़ रुपए है. वार्षिक रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि पिछले कुछ महीनों में, हमने 6 देशों (सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात, नेपाल, श्रीलंका, भूटान और मॉरीशस) में साझेदारी के साथ वैश्विक स्तर पर विस्तार किया है, जिससे विदेश यात्रा करने वाले हमारे कंज्यूमर्स के लिए यूपीआई पेमेंट संभव हो गया है.