6G को लेकर दुनियाभर में तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही है। भारत में भी 6G के लिए टेस्टिंग बेड तैयार किया गया है। आने वाले कुछ सालों में दुनियाभर में 6G सर्विस लॉन्च होने की संभावना है। फिलहाल यह अगली जेनरेशन की टेक्नोलॉजी टेस्टिंग फेज में है। हाल ही में 6G की इंटरनेट स्पीड की सफल टेस्टिंग पूरी की गई है, जिसमें 5G के मुकाबले कई गुना ज्यादा स्पीड से इंटरनेट एक्सेस किया जा सकता है। यह AI और IoT डिवाइसेज के लिए एक वरदान साबित होगा।
145 Gbps की स्पीड
UAE के आबू-धाबी में 6G की सफल टेस्टिंग पूरी की गई है। न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी (NYU) और e& UAE ने मिलकर मिडिल ईस्ट के पहले 6G टेराहर्ट्ज (THz) पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस नई जेनरेशन को टेस्ट किया है। टेस्टिंग के दौरान इंटरनेट की रिकॉर्ड ब्रेकिंग स्पीड दर्ज की गई है। 6G में 145 Gpbs की स्पीड से इंटरनेट एक्सेस किया जा सकता है, जो 5G के 10 Gbps की पीक स्पीड के मुकाबले कई गुना ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक, 6G के जरिए अल्ट्रा हाई कैपेसिटी में इंटरनेट डेटा ट्रांसफर किया जा सकता है।
हाई कैपेसिटी इंटरनेट एक्सेस
इस पायलट प्रोजेक्ट में की गई 6G की टेस्टिंग दर्शाती है कि इसमें अल्ट्रा हाई कैपेसिटी में इंटरनेट एक्सेस के साथ-साथ लो लेटेंसी लिंक और एक्सटेंडेड रियलिटी वाले डिवाइसेज एक्सेस किए जा सकते हैं। 6G में मशीन-टू-मशीन कम्युनिकेशन को बढ़ावा मिलेगा। इस समय दुनिया के कई देशों में 5.5G नेटवर्क को लाइव किया जा रहा है, जिसमें फिजिकल AI को सर्विस रेडी बनाया जा रहा है। 6G में नेटवर्क और भी ज्यादा इंटेलिजेंट यानी समझदार को जाएगा।
6G नेटवर्क में डिवाइस की कनेक्टिविटी में किसी भी तरह की रूकावट नहीं आएगी। डिजर्ट हो या समुद्र तल या फिर एयर स्पेस 6G नेटवर्क को हाई लेटेंसी में एक्सेस किया जा सकेगा। इसकी वजह से इंटरनेट स्पीड के कम होने की संभावना कम होगी और IoT डिवाइस की कनेक्टिविटी बरकरार रहेगी।