एशिया कप ट्रॉफी को लेकर BCCI और ACC प्रमुख मोहसिन नकवी के बीच विवाद जारी है। BCCI ने हाल ही में ACC को मेल करके एशिया कप ट्रॉफी भारत को वापस देने के लिए कहा था। इस बीच अब उस मेल का जवाब देते हुए मोहसिन नकवी ने टीम इंडिया को ट्रॉफी देने से मना कर दिया है। बीसीसीआई को श्रीलंका तथा अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड का समर्थन मिलने के बावजूद एशिया क्रिकेट परिषद के पाकिस्तानी प्रमुख मोहसिन नकवी मानने को तैयार नहीं हैं। ट्रॉफी अभी तक चैंपियन टीम को मिली नहीं है।
ACC के सूत्र ने पूरे मामले पर दिया बड़ा बयान
न्यूज एजेंसी PTI के हवाले से ACC के एक सूत्र ने कहा है कि बीसीसीआई का कोई प्रतिनिधि दुबई में आकर ACC हेडक्वार्टर से ट्रॉफी उनसे ले सकता है लेकिन भारतीय बोर्ड ने इससे इंकार कर दिया है। अब बीसीसीआई अगले महीने आईसीसी की मीटिंग में इस मुद्दे को फिर से उठाएगा। एसीसी सूत्र ने कहा कि बीसीसीआई सचिव देवाजीत सैकिया, एसीसी में बीसीसीआई के प्रतिनिधि राजीव शुक्ला और श्रीलंका और अफगानिस्तान समेत अन्य सदस्य बोर्ड के प्रतिनिधियों ने पिछले सप्ताह ACC को मेल लिखकर ट्रॉफी भारत को देने के लिये कहा। इसका जवाब देते हुए मोहसिन नकवी ने कहा कि बीसीसीआई से किसी को दुबई आकर उनसे ट्रॉफी लेनी होगी। इसलिये मामले में गतिरोध बना हुआ है। बीसीसीआई ने साफ तौर पर कहा है कि वह नकवी से ट्रॉफी नहीं लेंगे। अब इस पर फैसला आईसीसी की मीटिंग में लिया जाएगा।
एशिया कप फाइनल के बाद प्लेयर से नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से किया इंकार
आपको बता दें कि इस वक्त आईसीसी चेयरमैन बीसीसीआई के पूर्व सचिव जय शाह हैं और अब ICC की अगली मीटिंग में मोहसिन नकवी के इस रुख पर क्या फैसला लिया जाता है ये देखना दिलचस्प होगा। एशिया कप ट्रॉफी इस वक्त एसीसी के हेडक्वार्टर में है चूंकि भारतीय टीम ने 28 सितंबर को एशिया कप फाइनल के बाद इसे नकवी से लेने से इनकार कर दिया था उसके बाद वह ट्रॉफी लेकर चले गए थे।
नकवी ने एशिया कप के दौरान अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत की सैन्य कार्रवाई का मजाक उड़ाने वाले वीडियो और मीम्स डाले थे। एशिया कप फाइनल के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधियों का आमना सामना एसीसी बैठक में भी हुआ जिसमें बीसीसीआई अधिकारियों ने ट्रॉफी नहीं देने के लिये नकवी को आड़े हाथों लिया था। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान रवाना होने से पहले नकवी ने एसीसी स्टाफ को निर्देश दिया है कि उनके आदेश के बिना ट्रॉफी किसी को नहीं दी जाएगी।