सोने और चांदी की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है 6 नवंबर 2025 गुरुवार को भी गिरावट देखने को मिली। बीते कुछ समय से कभी कीमतों में तेजी आती है तो कभी गिरावट देखने को मिलती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई सुस्ती का असर घरेलू बाजार पर भी साफ दिखाई दे रहा है। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, आज सुबह 24 कैरेट सोना सस्ता होकर ₹1,20,419 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि चांदी भी गिरकर ₹1,46,150 प्रति किलोग्राम हो गई।
दिल्ली के सर्राफा बाजार में भी सोने-चांदी के भाव में गिरावट दर्ज की गई। यहां 24 कैरेट सोना ₹1,24,100 प्रति 10 ग्राम, और चांदी ₹1,51,500 प्रति किलोग्राम पर आ गई। इसी तरह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोने का वायदा भाव ₹1,20,573 प्रति 10 ग्राम, और चांदी का वायदा भाव ₹1,46,200 प्रति किलोग्राम दर्ज हुआ। बुधवार को गुरुनानक जयंती के कारण बाजार बंद था, इसलिए आज के शुरुआती रेट मंगलवार के बंद भाव पर आधारित हैं। दिनभर में कीमतों में और बदलाव संभव हैं।
आज का सोने-चांदी का भाव
| शुद्धता | सुबह के रेट (₹ प्रति 10 ग्राम) |
|---|---|
| सोना 24 कैरेट | ₹1,20,419 |
| सोना 23 कैरेट | ₹1,19,937 |
| सोना 22 कैरेट | ₹1,10,304 |
| सोना 18 कैरेट | ₹90,314 |
| सोना 14 कैरेट | ₹70,445 |
| चांदी 999 | ₹1,46,150 प्रति किलोग्राम |
पिछले कारोबारी दिन का रेट
मंगलवार को दिल्ली में सोना ₹1,200 सस्ता होकर ₹1,24,100 प्रति 10 ग्राम पर आ गया था। वहीं 23 कैरेट सोना ₹1,23,500 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। इससे पहले सोमवार को 24 कैरेट सोना ₹1,25,300 प्रति 10 ग्राम पर दर्ज था।
क्या 1 लाख रुपये के नीचे आ सकता है सोने का भाव?
निवेशकों ने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में कुछ गिरावट आ सकती है, लेकिन इस कीमती धातु के रिकॉर्ड 1 लाख रुपये के स्तर से नीचे गिरने की संभावना कम है.
एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर व्यापार कूटनीति से जुड़े सकारात्मक घटनाक्रमों से मदद मिलती है, तो आने वाले दिनों में सोने की कीमतें 1,24,873 रुपये प्रति ग्राम से नीचे आ सकती हैं.
व्यापार वार्ता में एक निर्णायक सफलता, खासकर अगर अमेरिका चीन और भारत के साथ विश्वसनीय समझौते करता है, तो जोखिम से बचने की प्रवृत्ति कम हो सकती है, जिससे अमेरिकी डॉलर मजबूत होगा और सोने की अपील कम होगी. विश्लेषकों ने यह भी चेतावनी दी है कि अल्पावधि में सोने की अधिक खरीदारी हो सकती है, जो नए उत्प्रेरकों के बिना सीमित वृद्धि का संकेत देता है. सोने के 1,409.96 डॉलर से ऊपर जाने की संभावना इस बात पर निर्भर करती है कि व्यापार कूटनीति कैसे आगे बढ़ती है और फेड बदलते आर्थिक संकेतों पर कैसे प्रतिक्रिया देता है. अगर वार्ता विफल होती है या वैश्विक अनिश्चितता बढ़ती है, तो सोना और ऊपर जा सकता है.












