प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में चार महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर लगाई गई। इनमें सबसे बड़ा निर्णय देश में रेयर-अर्थ मैग्नेट के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने से जुड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में चार महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर लगाई गई। इनमें सबसे बड़ा निर्णय देश में रेयर-अर्थ मैग्नेट यानी दुर्लभ-भू चुंबक के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने से जुड़ा है। सरकार ने इसके लिए 7,280 करोड़ रुपये की रेयर-अर्थ मैग्नेट मैन्युफैक्चरिंग इंसेंटिव स्कीम (REPM Scheme) को मंजूरी दे दी है।
देश में पहली बार बनेगा रेयर-अर्थ मैग्नेट उत्पादन का इकोसिस्ट
नई योजना के तहत भारत में रेयर-अर्थ मैग्नेट्स के निर्माण के लिए एक पूर्ण घरेलू इकोसिस्टम तैयार किया जाएगा। अभी तक देश इस क्षेत्र में चीन जैसे देशों पर निर्भर है, लेकिन नई नीति से भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम उठाएगा।
6,000 टन वार्षिक उत्पादन क्षमता तैयार करना
अगले 7 वर्षों तक योजना का संचालन
इलेक्ट्रिक वाहनों, रक्षा, सेमीकंडक्टर्स और स्पेस सेक्टर को मजबूत बनाना
रेयर-अर्थ मैग्नेट क्यों महत्वपूर्ण?
रेयर-अर्थ मैग्नेट्स का उपयोग कई हाई-टेक क्षेत्रों में होता है जैसे इलेक्ट्रिक वाहन, मोबाइल फोन, पवन ऊर्जा, रक्षा उपकरण, कंप्यूटर हार्ड डिस्क, सेमीकंडक्टर उद्योग, योजना से भारत इन सभी क्षेत्रों में अपनी क्षमता बढ़ा सकेगा।
कैबिनेट के अन्य फैसले
बैठक में कुल चार बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी दी गई, जिनमें REPM योजना सबसे अहम रही। इन फैसलों का उद्देश्य देश की टेक्नोलॉजी क्षमता बढ़ाना, आयात निर्भरता कम करना और उद्योग–विकास को गति देना है।
कैबिनेट में पुणे में मेट्रो रेल परियोजना के विस्तार को भी मंजूरी दे दी है। इसके तहत 9,850 करोड़ रुपये की लागत से दो नए मेट्रो रूट विकसित किए जाएंगे। इनमें से एक रूट बदलापुर से करजात तक मेट्रो लाइन के विस्तार का होगा।














