छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) में आबकारी घोटाले (Excise Scam) की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (EOW-ACB Raid) की संयुक्त टीम ने राजधानी रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर समेत कई जिलों में एक साथ छापामार कार्रवाई की।
राजधानी के रायपुरा और देवनगरी इलाके में ठेकेदारों व शराब कारोबारियों के ठिकानों पर भी दबिश दी गई। बताया जा रहा है कि रायपुर के शराब कारोबारी अवधेश यादव के घर पर कार्रवाई अभी भी जारी है।
: मिली जानकारी के अनुसार, EOW की टीम ने रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर में कई शराब और कोयला कारोबारी के ठिकानों पर दबिश दी है। EOW की टीम ने बिलासपुर में कोयला घोटाला मामले में छापा मारा है। वहीं रायपुर के देवनगरी स्थित शराब कारोबारी अवधेश यादव के घर पर भी EOW की टीम ने दबिश दी है और जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि, EOW की टीम ने रायपुर में 3 से 4 ठिकानों समेत प्रदेश में 10 ठिकानों पर छापा मारा है और सभी जगहों पर कार्रवाई जारी है।
प्रदेशभर में 10 से ज्यादा जगहों पर छापा
सूत्रों के अनुसार, प्रदेशभर में करीब 10 ठिकानों (Multiple Locations Raided) पर छापे मारे जा रहे हैं। रायपुर शहर में तीन से चार स्थानों पर कार्रवाई की जा रही है। टीमों में छह-छह अधिकारियों को शामिल किया गया है, जो अलग-अलग जगहों पर जांच कर रहे हैं। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए जाने की जानकारी सामने आई है।
आबकारी घोटाले से जुड़ा मामला
ये कार्रवाई सीधे तौर पर छत्तीसगढ़ में हुए आबकारी घोटाले (Liquor Scam Chhattisgarh) से जुड़ी मानी जा रही है। इस मामले में पहले ही कई अधिकारी और कारोबारी जेल जा चुके हैं। हाल ही में गिरफ्तार किए गए चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel Case) का नाम भी इस घोटाले से जुड़ा है। उनके मामले की सुनवाई 23 सितंबर को अदालत में होनी है। माना जा रहा है कि मौजूदा छापामार कार्रवाई उन्हीं कड़ियों को मजबूत करने के लिए की जा रही है।
दुर्ग और बिलासपुर में भी दबिश
सिर्फ रायपुर ही नहीं, बल्कि दुर्ग और बिलासपुर जिलों में भी टीमों ने कार्रवाई की। बीते दिन भी दुर्ग और आसपास के क्षेत्रों में छापेमारी की गई थी। सूत्रों के अनुसार, वहां से मिली जानकारियों के आधार पर ही आज की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।
EOW-ACB की रणनीति और आगे की दिशा
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ महीनों से लगातार दबिश दे रही है। इन कार्रवाइयों का मकसद शराब कारोबारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हुई साठगांठ (Corruption Nexus) को बेनकाब करना है। एजेंसी का कहना है कि आने वाले दिनों में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं।
आम जनता में चर्चा और राजनीतिक हलचल
CG Current newsइस बड़ी कार्रवाई ने प्रदेश की राजनीति में भी हलचल मचा दी है। विपक्ष इसे सरकार की छवि खराब करने वाला सबसे बड़ा घोटाला बता रहा है, जबकि सत्ता पक्ष का दावा है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सोशल मीडिया (Social Media Reaction) पर भी यह छापा चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है।