छत्तीसगढ़ में इस बार भारी बारिश देखी जा रही है। वैसे ही अक्टूबर महीने की शुरुआत बारिश के साथ हुई.मौसम विभाग ने आज भी छत्तीसगढ़ में अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश की आशंका जताई है. सबसे ज्यादा बारिश दक्षिणी हिस्से में हो सकती है. साथ ही अगले दो दिनों को लेकर भी पूर्वानुमान जारी किया गया है, जिसमें कई इलाकों में भारी बारिश की आशंका बताई गई है.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि
एक चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है. इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 9.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है. यह लगातार उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए अगले 12 घंटे में और अधिक प्रबल होकर अवदाब के रूप में इसी स्थान पर बनने की आशंका है. इसके उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए और अधिक प्रबल होकर गहरा अवदाब के रूप में परिवर्तित होने की आशंका है. यह दक्षिण उड़ीसा और उत्तर आंध्र तट को 3 अक्टूबर के सुबह पार करने की संभावना है.
अगले तीन दिन तक मौसम का ऐसे रहेगा मिजाज..??
गुरुवार यानि आज अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा की आशंका बताई है. वहीं बादल गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है. कुछ स्थानों पर भारी बारिश और बिजली गिरने की भी संभावना है. इसके अलावा मौसम विभाग ने 3 और 4 अक्टूबर को प्रदेश अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई है.
किसानों की बढ़ी चिंता
दक्षिण छत्तीसगढ़ के जिलों में कल 3 अक्टूबर को कुछ स्थानों पर भारी और कुछ स्थानों पर अति भारी वर्षा होने की सम्भावना है. भारी बारिश के कारण खेती-किसानी पर भी असर दिखने लगा है। खेतों में अधिक पानी भरने से किसानों को डर है कि कहीं फसल सड़ न जाए। धान जैसी फसलों के लिए एक सीमा तक पानी अच्छा होता है, लेकिन ज्यादा बारिश होने से फसल बर्बाद होने का खतरा भी बढ़ गया है। वहीं 4 अक्टूबर को मध्य भाग में एक दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है.
प्रशासन अलर्ट पर
जिलों के प्रशासन ने हालात को देखते हुए अलर्ट जारी किया है और बाढ़ प्रभावित इलाकों में नजर बनाए हुए हैं। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क किया जा रहा है और जरूरत पड़ने पर राहत और बचाव कार्य की भी तैयारी कर ली गई है।
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