Chhattisgarh latest news छत्तीसगढ़ दुग्ध महासंघ ने 1 अक्टूबर से किसानों से दूध खरीद की दरों में 1.5 से 2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी का फैसला किया है। नई दरें फैट और एसएनएफ के आधार पर तय होंगी। देवभोग दूध की कीमतों पर इसका कोई असर नहीं होगा।
छत्तीसगढ़ के दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश के दुग्ध महासंघ (Dairy Federation) ने किसानों से खरीदे जाने वाले दूध के रेट में प्रति लीटर डेढ़ से दो रुपए की बढ़ोतरी का बड़ा फैसला लिया है। यह नई दरें 1 अक्टूबर 2025 से पूरे प्रदेश में लागू कर दी जाएंगी। दिसंबर 2024 में एनडीडीबी (NDDB) के मर्जर के बाद यह दुग्ध महासंघ का पहला महत्वपूर्ण निर्णय माना जा रहा है, जो किसानों को बेहतर लाभ देने के साथ ही दूध उत्पादन को भी बढ़ावा देगा।
दूध की खरीद दरों में बढ़ोतरी
नई कीमतों के अनुसार, दुग्ध उत्पादक किसानों से दूध की खरीद कीमत 35.04 रुपए प्रति लीटर से लेकर 45.55 रुपए प्रति लीटर तक होगी, जो दूध में फैट (Fat Content) और एसएनएफ (SNF – Solid-Not-Fat) के आधार पर निर्धारित की गई है। इस निर्णय से किसानों को दूध की उचित कीमत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। इसके पहले किसानों से दूध की खरीद 280 रुपए प्रति किलोग्राम कुल ठोस पदार्थ (Total Solid Content) के आधार पर की जा रही थी, जिसे अब बढ़ाकर 292 रुपए प्रति किलोग्राम कर दिया गया है। यह वृद्धि किसानों के हित में बड़ी राहत साबित होगी और दूध उत्पादन में भी इजाफा होगा।
देवभोग दूध की कीमत स्थिर का असर बाजार में बिकने वाले पैकेट वाले देवभोग दूध (Devbhog Milk Price) की कीमतों पर नहीं पड़ेगा। कंपनी ने साफ किया है कि उपभोक्ताओं को दूध की खरीद कीमतों में कोई वृद्धि नहीं दिखाई देगी और पैक किए गए दूध की कीमतें यथावत रहेंगी। यह कदम उपभोक्ताओं और किसानों दोनों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है।
सरकारी विभागों के लिए खरीदी अनिवार्य
दुग्ध महासंघ ने देवभोग दूध की गिरती बिक्री को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार से निर्देश प्राप्त किए हैं कि सभी सरकारी विभाग, निगम, मंडल और उपक्रम जरूरत के अनुसार बिना किसी निविदा प्रक्रिया के दूध की खरीद करें। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने पहले ही दो साल पहले सभी विभागाध्यक्षों और सचिवों को इस संबंध में पत्र जारी कर सरकारी खरीदी को अनिवार्य कर दिया था। इससे दूध की बिक्री बढ़ेगी और किसानों को भी फायदा होगा।
किसानों को मिलेगा उचित लाभ
एनडीडीबी के एमडी, सेकत सामंता ने कहा है कि किसानों को दूध का उचित मूल्य मिलना और उन्हें दुग्ध महासंघ के साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना हमारी प्राथमिकता है। इस नई दरों के लागू होने से उम्मीद है कि किसानों की आमदनी में सुधार होगा और वे अधिक दूध उत्पादन कर सकेंगे। यह निर्णय छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।साबित होगा।