नवरात्री के पर्व को देखते हुए जयपुर नगर निगम हेरिटेज ने नवरात्रि के दौरान खुले में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। महापौर कुसुम यादव ने सोमवार को कहा कि, यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि हिंदू भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, “नवरात्रि के दौरान नव दुर्गा की पूजा की जाती है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हिंदू भावनाओं को ठेस न पहुंचे, नगर निगम ने एक आदेश जारी किया है कि मांस की अवैध बिक्री, खुले में मांस की बिक्री, नवरात्रि के दौरान बंद कर दी जानी चाहिए।” इसके अलावा, उन्होंने मांस पर प्रतिबन्ध को उचित ठहराने के लिए स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का हवाला दिया। जेएमसी हेरिटेज के मेयर ने कहा, “खुले में मांस की बिक्री स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। इस पर मक्खियाँ और धूल जमती है। इसलिए लोगों की जान से खेलना गलत है।”
मूर्ख बनाने की स्पष्ट कोशिश’ : एसटी हसन, सपा नेता
Meat Ban on Navaratri वही नवरात्रि पर मांस, मटन की बिक्री को प्रतिबंधित किये जाने के फैसले पर समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन ने सोमवार को कहा कि नवरात्रि के दौरान मांसाहारी दुकानों को बंद करने की मांग धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण और लोगों को मूर्ख बनाने की स्पष्ट कोशिश है। उन्होंने कहा कि “देश सबका है” और किसी को भी लोगों के भोजन के विकल्प पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार नहीं होना चाहिए। सिर्फ़ मुसलमान ही नहीं, ईसाई और सिख भी मांसाहार करते हैं। आप नवरात्रि या कांवड़ यात्रा के दौरान किसी को मांसाहार करने से कैसे रोक सकते हैं? आप ऐसा करने वाले कौन होते हैं? क्या हिंदू नवरात्रि और कांवड़ यात्रा के दौरान मांसाहार नहीं करते ?