उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई है।
भूकंप से किसी बड़ी घटना की खबर नहीं
खबर लिखे जाने तक भूकंप की वजह से किसी तरह की अनहोनी की बात सामने नहीं आई है। हालांकि 3.6 की तीव्रता का भूकंप बेहद हल्का माना जाता है, जो बहुत विनाशकारी नहीं होता है।
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता का अंदाजा कैसे लगा सकते हैं?
0 से 1.9 सीज्मोग्राफ से मिलती है जानकारी
2 से 2.9 बहुत कम कंपन पता चलता है
3 से 3.9 ऐसा लगेगा कि कोई भारी वाहन पास से गुजर गया
4 से 4.9 घर में रखा सामान अपनी जगह से नीचे गिर सकता है
5 से 5.9 भारी सामान और फर्नीचर भी हिल सकता है
6 से 6.9 इमारत का बेस दरक सकता है
7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं
8 से 8.9 सुनामी का खतरा, ज्यादा तबाही
9 या ज्यादा सबसे भीषण तबाही, धरती का कंपन साफ महसूस होगा
आज चीन में भी आया था भूकंप
भारत के पड़ीसी देश चीन में भी मंगलवार सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। ये भूकंप चीन के झिंजियांग प्रांत में आया था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.2 मापी गई थी। इसकी गहराई जमीन से मात्र 10 किलोमीटर नीचे थी।
भूकंप आता क्यों है?
दरअसल पृथ्वी की सतह के नीचे मौजूद टेक्टोनिक प्लेट्स या तो आपस में टकराती हैं, या खिसकती हैं, या अलग होती हैं। इन्हीं की वजह से भूकंप के झटके महसूस होते हैं। पृथ्वी की बाहरी परत (क्रस्ट) कई विशाल टेक्टोनिक प्लेट्स में विभाजित हैं जो धीमी गति से निरंतर चलती रहती हैं। इनके बीच हुए टकराव या दूरी से जो ऊर्जा बनती है, उसकी वजह से लोगों को भूकंप के झटके महसूस होते हैं।