रायगढ़, 15 अक्टूबर 2025/ छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना आज रायगढ़ जिले की लाखों महिलाओं के जीवन में नई ऊर्जा, नई उम्मीद और आत्मनिर्भरता के लिए नई राह बन रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य शासन द्वारा संचालित यह योजना अब केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि नारी सम्मान, गरिमा और सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक जन-आंदोलन का रूप ले चुकी है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में इस योजना के तहत अब तक 3 लाख 15 हजार 78 हितग्राहियों के खातों में 523 करोड़ 47 लाख रुपए से अधिक राशि अंतरण की जा चुकी है। वहीं महिलाओं की खुशियों में दीवाली से पहले और उजाला भरने के उद्देश्य से राज्य शासन ने अक्टूबर माह की 20वीं किस्त भी जारी कर दी है, जिसके अंतर्गत जिले की पात्र महिलाओं को 25 करोड़ 38 लाख 75 हजार 800 रुपए की राशि उनके खातों में जमा की गई है। इस निरंतरता ने रायगढ़ की महिलाओं के जीवन में आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान की एक नई कहानी लिख दी है।
महतारी वंदन योजना के माध्यम से हर महीने मिलने वाले एक हजार रुपए ने महिलाओं को अपनी जरूरतों के साथ-साथ अपने छोटे-छोटे सपनों को साकार करने की ताकत दी है। जिले के पुसौर विकासखंड के ग्राम आमापाली की श्रीमती पुष्पा महंत बताती हैं कि पति के निधन के बाद संपूर्ण पारिवारिक जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई थी। तीन बच्चों की परवरिश, पढ़ाई और घर का खर्च संभालना मुश्किल हो गया था, लेकिन महतारी वंदन योजना से मिलने वाली राशि ने उनके जीवन में स्थिरता और संबल प्रदान किया। अब वे इस राशि का उपयोग बच्चों की शिक्षा और आवश्यक जरूरतों में कर रही हैं, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने की राह मिली है। इसी तरह इंदिरा नगर रायगढ़ की श्रीमती मुस्तरी बेगम कहती हैं कि महतारी वंदन योजना उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं। हर माह मिलने वाली राशि से वे घर की छोटी-मोटी जरूरतें पूरी करती हैं और बचत भी कर रही हैं। वहीं श्रीमती दुरपति बरेठ बताती हैं कि योजना से प्राप्त राशि उनके बच्चों की पढ़ाई, दवाइयों और दैनिक खर्चों में बड़ी मदद साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि अब हमें किसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं, सरकार ने हमें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा दी है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार की यह योजना न केवल आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम है, बल्कि नारी गरिमा और स्वाभिमान का प्रतीक बन चुकी है। इस योजना ने महिलाओं को यह एहसास दिलाया है कि वे परिवार की आर्थिक रीढ़ हैं और समाज की निर्णायक शक्ति बन सकती हैं। अब रायगढ़ की महिलाएं अपनी आय और खर्च की योजना खुद बना रही हैं। कई महिलाएं इस राशि को बीज पूंजी बनाकर सिलाई-सेंटर, किराना दुकान, सब्जी बिक्री या हस्तशिल्प जैसे छोटे व्यवसायों की शुरुआत कर चुकी हैं। इन व्यवसायों ने उन्हें न केवल आर्थिक रूप से सक्षम बनाया है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी नई उड़ान दी है। राज्य शासन की मंशा के अनुरूप महतारी वंदन योजना से सशक्त महिला ही सशक्त परिवार और सशक्त समाज की आधारशिला की सन्देश दे रही है।