तमनार क्षेत्र में प्रस्तावित जनसुनवाई को लेकर चल रहा विरोध प्रदर्शन आज उग्र हो गया। आंदोलन के दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच टकराव की स्थिति बन गई। सूत्रों के अनुसार, हिरासत की कार्रवाई के बाद कुछ स्थानों पर पथराव हुआ, जिसके चलते पुलिस को सख्ती बरतनी पड़ी। इस मामले में 30 से 35 ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए गए लोगों में सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम शर्मा भी शामिल हैं।
*कोयला गाड़ियों की आवाजाही बनी विवाद की वजह*
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, ग्रामीण बीते करीब 15 दिनों से जनसुनवाई और कोयला परिवहन के विरोध में आंदोलन कर रहे थे। रविवार को ओड़िशा सीमा से कोयला लदी भारी गाड़ियों को पुलिस पायलटिंग में छत्तीसगढ़ सीमा पार कराया गया, जिससे ग्रामीणों का विरोध और तेज हो गया।
ग्रामीणों ने वाहनों को रोकते हुए सड़क पर घेराबंदी कर दी। इसी दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कहासुनी बढ़ी और स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
*पथराव के बाद पुलिस की कार्रवाई*
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद बढ़ने पर कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया, जिससे हालात और बिगड़ गए। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करते हुए हिरासत की कार्रवाई शुरू की। पुलिस का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई जरूरी थी।
सड़क जाम के कारण आम लोगों और जरूरी सेवाओं को परेशानी हो रही थी
कोयला गाड़ियों की पायलटिंग केवल यातायात बहाली और सुरक्षा के उद्देश्य से की गई
शांतिपूर्ण आंदोलन पर कोई रोक नहीं, लेकिन हिंसा और पथराव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
पुलिस ने स्पष्ट किया कि हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मौके पर पहुंचे SDM, बातचीत की कोशिश
स्थिति बिगड़ते देख SDM घरघोड़ा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत कर माहौल शांत करने का प्रयास किया। प्रशासन का कहना है कि संवाद के जरिए समाधान निकालने की कोशिश जारी है।
*इलाके में तनाव, पुलिस बल तैनात*
घटना के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। हालांकि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन ग्रामीणों में नाराजगी बनी हुई है।















