आज धनतेरस का पर्व मनाया जा रहा है. भारत में दिवाली का महोत्सव की शुरुआत धनतेरस यानी धनत्रयोदशी से हो जाती है. इस दिन कुबेर देवता और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. किंवदंती है कि इसी दिन देवी लक्ष्मी समुद्र मंथन से प्रकट हुई थीं और अपने साथ समृद्धि लेकर आई थीं और उनके साथ धन के देवता कुबेर भी आए थे. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन आप जो भी खरीदते हैं, उसका लाभ पूरे साल जातक को प्राप्त होता है. इसलिए, लोग इस दिन सोना-चांदी और यहां तक कि वाहन भी खरीदते हैं. तो चलिए जानते हैं कि आज खरीदारी और पूजन का क्या मुहूर्त रहने वाला है.
धनतरेस 2025 तिथि
द्रिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 18 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर होगा और तिथि का समापन 19 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 51 मिनट पर होगा.
झाड़ू: धनतेरस के दिन नई झाड़ू खरीदना भी अच्छा माना जाता है. कहते हैं कि इस दिन नई झाड़ू लाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है.
धनतेरस का महत्व
धनतेरस केवल सोना खरीदने के लिए ही नहीं, बल्कि धन्वंतरि त्रयोदशी यानी भगवान धन्वंतरि के जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, वे समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे और मानवता को स्वास्थ्य का उपहार लेकर आए थे. लोग इस दिन अच्छे स्वास्थ्य, दीर्घायु और कल्याण की कामना के लिए भगवान धन्वंतरि की पूजा करते हैं. साथ ही, भक्त देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर से भी आर्थिक समृद्धि की प्रार्थना करते हैं.