दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी (South-West Bay of Bengal) के ऊपर निम्न दाब क्षेत्र (Low Pressure Area) बन गया है, जिसके चलते छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में मौसम का रुख बदलने लगा है। मौसम विभाग (Meteorological Department) ने अनुमान लगाया है कि यह सिस्टम पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा, जिससे राज्य के कई जिलों में अगले पांच दिनों तक हल्की से मध्यम वर्षा (Light to Moderate Rainfall) हो सकती है।
24 अक्टूबर से बढ़ेगी वर्षा गतिविधि
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 24 अक्टूबर से मध्य और दक्षिणी छत्तीसगढ़ (Central and Southern Chhattisgarh) में वर्षा की गतिविधियां बढ़ेंगी। फिलहाल आज एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन 2 दिन बाद फिर से बादल छाने और बरसात होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने के कारण प्रदेश का वातावरण उमस भरा रहेगा और तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की जा सकती है।
अंबिकापुर में सबसे कम रात का पारा
पिछले 24 घंटे के दौरान अंबिकापुर (Ambikapur) का अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। जगदलपुर (Jagdalpur), मानपुर (Manpur), छोटेडोंगर (Chhotedongar), बस्तर (Bastar) और लोहांडीगुड़ा (Lohandiguda) में 1-1 सेंटीमीटर तक बारिश हुई। इन इलाकों में किसानों को रबी फसलों (Rabi Crops) की बोवाई में नमी मिलने से राहत की उम्मीद है।
राजधानी रायपुर में बादल और हल्की ठंडक
राजधानी रायपुर (Raipur) में आज आसमान मेघमय (Cloudy Sky) रहने की संभावना जताई गई है। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि यदि हवा की दिशा दक्षिण-पूर्वी बनी रहती है, तो अगले 48 घंटों में रायपुर और आसपास के जिलों में भी हल्की बारिश संभव है।
कृषि पर पड़ेगा असर
मौसम विभाग के मुताबिक यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। खेतों में नमी बढ़ने से रबी फसलों की तैयारी में मदद मिलेगी। हालांकि, लगातार बादल रहने से दिन के तापमान में गिरावट आएगी और रातें ठंडी महसूस होंगी।