कोलकाता/भुवनेश्वर. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रविवार को उस समय विवादों में घिर गईं जब उन्होंने दुर्गापुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज में 23 वर्षीय एमबीबीएस छात्रा के साथ हुए कथित सामूहिक बलात्कार पर प्रतिक्रिया दी. ममता ने कहा कि लड़कियों को रात में बाहर जाने से बचना चाहिए.
ममता बनर्जी ने इस घटना को “स्तब्ध करने वाला” बताया और कहा, “खासकर, लड़कियों को रात में बाहर नहीं निकलने देना चाहिए. उन्हें अपनी सुरक्षा भी करनी होगी.” उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनकी सरकार ऐसे अपराधों के प्रति “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाती है और “किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.”
हालांकि, मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि इस घटना को लेकर उनकी सरकार को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है. ओडिशा में हाल ही में हुए एक बलात्कार मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा, “ओडिशा सरकार क्या कार्रवाई कर रही है?”
यह हमला शुक्रवार शाम को कोलकाता से लगभग 170 किलोमीटर दूर, दुर्गापुर स्थित निजी कॉलेज के अस्पताल परिसर के पीछे हुआ था.
पुलिस ने तीन आरोपियों एसके रियाज उद्दीन, एसके फिरदौश और अप्पू को गिरफ्तार किया है, जबकि एक अन्य संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “आरोपियों का मोबाइल टावर डेटा के माध्यम से पता लगाया गया. हम यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या वे पीड़िता या उसके साथ आए दोस्त को पहले से जानते थे.”
पीड़िता, जो मूल रूप से ओडिशा की रहने वाली है, फिलहाल बिस्तर पर है. उसके पिता ने एएनआई को बताया, “वे उसे किसी भी समय नुकसान पहुंचा सकते हैं. हम उसे वापस ओडिशा ले जा रहे हैं, क्योंकि यहां वह सुरक्षित नहीं है.” पीड़िता के माता-पिता ने दुर्गापुर के न्यू टाउनशिप पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है.
मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने कहा कि ममता बनर्जी बंगाल में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की “जिम्मेदारी से बचने” की कोशिश कर रही हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा, “यह चौंकाने वाला है कि वह निजी कॉलेज पर दोष मढ़ रही हैं.