ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर है। आज यानी 1 अक्टूबर, 2025 से ट्रेन टिकट की बुकिंग के नियम बदल गए हैं। अब अगर आप आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के जरिए ऑनलाइन टिकट बुक करना चाहते हैं, तो आपको एक नए नियम का पालन करना होगा। रेलवे ने यह बदलाव खासतौर पर त्योहार और शादी के सीजन में बढ़ती टिकट बुकिंग की मारामारी को कंट्रोल करने के लिए किया है।
क्या है नया नियम?
अब किसी भी ट्रेन के लिए ऑनलाइन बुकिंग विंडो खुलने के शुरुआती 15 मिनट सिर्फ आधार वेरिफाइड यूजर्स के लिए ही उपलब्ध होगी। यानी, अगर आपका आईआरसीटीसी अकाउंट आधार से वेरिफाइड है, तो आप टिकट बुकिंग शुरू होने के पहले 15 मिनट के दौरान आसानी से टिकट बुक कर पाएंगे। लेकिन जिन यात्रियों का अकाउंट आधार से लिंक नहीं है, उन्हें इंतजार करना होगा। वे 15 मिनट बाद ही बुकिंग कर पाएंगे।
उदाहरण से समझें
मान लीजिए, आपको नई दिल्ली से कानपुर जाने वाली श्रमशक्ति एक्सप्रेस में 2 दिसंबर को यात्रा करनी है। इस ट्रेन के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग विंडो 3 अक्टूबर की रात 12.20 बजे खुलेगी। अब 12.20 बजे से 12.35 बजे तक केवल वही यात्री टिकट बुक कर सकेंगे जिनका आईआरसीटीसी अकाउंट आधार वेरिफाइड है। बाकी यात्री इस दौरान बुकिंग नहीं कर पाएंगे और उन्हें 12.35 बजे के बाद ही मौका मिलेगा।
क्यों उठाया गया ये कदम?
दरअसल, आने वाले त्योहारों और शादी के सीजन में सामान्य टिकट बुकिंग में भी जबरदस्त भीड़ देखने को मिलती है। टिकट खुलते ही कुछ ही सेकेंड में फुल बुकिंग हो जाती है। अब आधार वेरिफाइड ऑथेंटिफिकेशन से यह सुनिश्चित होगा कि फर्जी अकाउंट और बॉट्स के जरिए होने वाली बुकिंग पर रोक लगे और आम यात्रियों को बराबरी का मौका मिले।
तत्काल टिकट पर पहले से लागू है नियम
गौरतलब है कि जुलाई 2025 में रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार ऑथेंटिफिकेशन पहले से अनिवार्य कर दिया था। उसी तर्ज पर अब जनरल रिजर्वेशन पर भी शुरुआती 15 मिनट का नियम लागू कर दिया गया है।
यात्रियों को क्या करना होगा?
अगर आप भी चाहते हैं कि त्योहारों और शादी के मौसम में आपको टिकट आसानी से मिल सके, तो बेहतर होगा कि आप जल्द से जल्द अपना आईआरसीटीस अकाउंट आधार से वेरिफाई करा लें। वरना आपको शुरुआती 15 मिनट तक इंतजार करना होगा और टिकट की मारामारी में नुकसान उठाना पड़ सकता है।