ऑनलाइन रेलवे टिकट बुक करने के नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं। 1 अक्टूबर, 2025 से, किसी भी ट्रेन के लिए ऑनलाइन बुकिंग खुलने के बाद शुरुआती 15 मिनट के दौरान सिर्फ आधार-प्रमाणित यूजर्स को ही IRCTC वेबसाइट या ऐप के माध्यम से सामान्य आरक्षण बुक करने की अनुमति होगी। बताते चलें कि अभी इस तरह का नियम सिर्फ तत्काल बुकिंग पर लागू है। बताते चलें कि सामान्य रिजर्वेशन के लिए बुकिंग रोजाना आधी रात 12.20 बजे से शुरू होती है और रात 11.45 बजे तक चलती है। सामान्य टिकटों के लिए एडवांस बुकिंग यात्रा की तारीख से 60 दिन पहले खुलती है।
उदाहरण से समझें कैसे काम करेगा नया नियम
उदाहरण के लिए, मान लीजिए आपको नई दिल्ली से वाराणसी जाने वाली शिवगंगा एक्सप्रेस में 15 नवंबर के लिए टिकट बुक करनी है, इसके लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग विंडो 16 सितंबर को आधी रात 12.20 बजे खुलेगी। अब 12.20 बजे से लेकर 12.35 बजे तक इस ट्रेन में सिर्फ वही यूजर्स टिकट बुक कर पाएंगे, जिनका आईआरसीटीसी अकाउंट आधार वेरिफाइड होगा। अगर आपका अकाउंट आधार वेरिफाइड नहीं होगा तो आप विंडो खुलने के बाद 12.20 बजे से लेकर 12.35 बजे तक बुकिंग नहीं कर पाएंग
त्योहारों और शादी के सीजन में सामान्य टिकट के लिए भी होती है मारामारी
आमतौर पर दीपावली, छठ पूजा, होली जैसे बड़े त्योहारों और शादी के सीजन में 2 महीने पहले बुकिंग विंडो खुलते ही टिकट बुक करने के लिए यात्रियों की भीड़ टूट पड़ती है। ये भीड़ सामान्य बुकिंग के लिए भी बिल्कुल वैसे ही टूटती है, जैसे तत्काल बुकिंग के लिए टूटती है।
जुलाई में तत्काल टिकट बुकिंग के लिए अनिवार्य हुआ था नियम
बताते चलें कि भारतीय रेल ने इस साल जुलाई में ऑनलाइन तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार ऑथेंटिफिकेशन अनिवार्य कर दिया था। इस नियम के अनुसार, आईआरसीटीसी के मोबाइल ऐप और वेबसाइट से ऑनलाइन तत्काल टिकट बुक करने के लिए यूजर का अकाउंट आधार वेरिफाइड होना जरूरी है। अगर आपका अकाउंट आधार वेरिफाइड नहीं है तो आप ऑनलाइन तत्काल टिकट बुक नहीं कर सकते