रायगढ़, 27 सितंबर* । नशे के कारोबार पर नकेल कसने रायगढ़ पुलिस की कार्रवाई लगातार तेज है। इसी सिलसिले में चक्रधरनगर पुलिस ने नशीली इंजेक्शन बेचने वाले सिंडीकेट का पर्दाफाश करते हुए ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले से आए दो सप्लायरों को धर दबोचा है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट और संगठित अपराध की धाराओं में रिमांड पर भेजा है।
जानकारी के मुताबिक, 19 सितंबर को चक्रधरनगर पुलिस ने पंजरी प्लांट मरीन ड्राइव क्षेत्र में नदी किनारे छिपकर नशीली इंजेक्शन बेच रहे इंदिरा नगर निवासी धीरज बरेठ को रंगे हाथों पकड़ा था। उसकी तलाशी में आठ नग पेंटाजोसिन इंजेक्शन और बिक्री की रकम ₹300 बरामद हुई थी। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह इंजेक्शन उड़ीसा निवासी किशन डंडारिया और रायगढ़ के चंद्रकांत निषाद उर्फ बाबू से खरीदकर महंगे दामों पर बेचता है। इसी आधार पर पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल के दिशा-निर्देशन पर पुलिस ने गिरोह की सप्लाई चेन को ट्रेस करना शुरू किया।
जांच के दौरान आज मुखबिर से सूचना मिलने पर चक्रधरनगर पुलिस ने ओडिशा के सप्लायर किशन डंडारिया और उसके भाई राजेश डंडारिया को घेराबंदी कर गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से वह मोबाइल भी जब्त हुआ है, जिसका इस्तेमाल यूपीआई के जरिए नशीली इंजेक्शन के लेन-देन में किया जा रहा था। पूछताछ में दोनों ने चंद्रकांत निषाद, धीरज बरेठ, रुकसार सारथी व अन्य के साथ मिलकर इंजेक्शन की सप्लाई चेन चलाने की बात कबूल की है। पुलिस ने इसे संगठित अपराध मानते हुए बीएनएस की धारा 111 के तहत प्रकरण को प्रसारित किया है।
विदित हो कि सहआरोपी चंद्रकांत निषाद उर्फ बाबू और रुकसार सारथी को थाना सिटी कोतवाली रायगढ़ में अपराध क्रमांक 472/25 धारा 22,29 एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई है । गिरफ्तार आरोपियों में—(1) किशन डंडारिया उर्फ अशोक (उम्र 33 वर्ष), निवासी नवधा चौक, बृजराज नगर, झारसुगुड़ा (ओडिशा) और (2) राजेश डंडारिया (उम्र 35 वर्ष), निवासी नवधा चौक, बृजराज नगर, झारसुगुड़ा (ओडिशा) शामिल हैं। दोनों को आज न्यायालय में पेश कर रिमांड पर भेजा गया है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल के दिशा-निर्देशन एवं नगर पुलिस अधीक्षक श्री मयंक मिश्रा के मार्गदर्शन में की गई। टीम में सहायक उप निरीक्षक नंद कुमार सारथी, प्रधान आरक्षक श्यामदेव साहू और आरक्षक अभय नारायण यादव की विशेष भूमिका रही।