रायपुर: यात्रा पर जाने की सारी तैयारी पूरी हो जाए और अचानक ट्रेन रद हो जाए तो दिल पर क्या गुजरेगी, यह भुक्तभोगी ही बता सकता है। रेलवे ने विभिन्न रूटों की तीन दर्जन एक्सप्रेस और लोकल ट्रेनों को रद करके यात्रियों को परेशानी में डाल दिया है। लंबी दूरी की यात्रा पर जाने वाला कोई यात्री ज्यादा पैसे देकर दूसरी ट्रेन में इमरजेंसी टिकट करा रहा है तो कोई इस गर्मी में बस का सफर करने को मजबूर हो रहा है। वहीं लोकल यात्री दोपहिया वाहनों से सफर कर रहे हैं। इससे उनकी जेब पर बोझ बढ़ गया है। रायपुर रेलवे स्टेशन से एक दिन में कुल 112 ट्रेनें गुजरती हैं। एक दिन में करीब 50 हजार यात्री और लोकल ट्रेनों में छह हजार यात्री सफर करते हैं। इन सभी का सुख-चैन छिन गया है।
एक्सप्रेस ट्रेन के रद होने से मुंबई, हावड़ा, दिल्ली और पंजाब जाने वाली ट्रेनों में जहां भीड़ बढ़ गई है, वहीं इस मार्ग पर जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों को तत्काल टिकट नहीं मिल पा रहा है। दूसरी तरफ राजनांदगांव, दुर्ग और भिलाई से भारी संख्या में सरकारी और प्राइवेट कर्मचारी लोकल ट्रेनों में सवार होकर रायपुर आना-जाना करते हैं। रायपुर से डोंगरगढ़ का लोकल ट्रेन का टिकट 40 रुपये है। यदि यात्री एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर या फिर बस से सफर करता है तो उसे रायपुर से डोंगरगढ़ तक करीब 100 रुपये चुकाने पड़ेंगे। इसके साथ ही यात्री यदि मोटरसाइकिल से सफर करता है तो तकरीबन 400 सौ रुपये से अधिक का पेट्रोल खर्च हो जाएगा। इसके साथ ही समय भी अधिक लगेगा।
यात्रियों की जेब पर पड़ रहा असर
कोरोना की स्थिति सामान्य होने होने के बाद सरकारी और प्राइवेट दफ्तर नियमित खुल रहे हैं। राजधानी में बिलासपुर, भाटापारा, राजनांदगांव, दुर्ग, भिलाई आदि जगहों से आकर लोग नौकरी करते हैं। लोग ट्रेन में सवार होकर रायपुर स्टेशन आते थे और पार्किंग से मोटरसाइकिल लेकर अपने कार्यालय चले जाते थे, लेकिन लोकल ट्रेन बंद होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ट्रेन रद, यात्री हलकान
रायपुर रेलवे स्टेशन में रायपुर सहित आसपास के जिलों से यात्री सफर करते हैं। शादी का सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में रेलवे ने अचानक 23 यात्री ट्रेनों को रद कर दिया था। जनप्रतिनिधियों के दबाव के बाद सात ट्रेनों का परिचालन बहाल किया था, लेकिन बुधवार को रेलवे ने अचानक 17 ट्रेनों को रद कर दिया। ट्रेनों के रद होने से यात्री जहां अपने रिश्तेदार की शादी में शामिल नहीं हो पा रहे हैं तो वहीं टिकट रद कराने के लिए आरक्षण केंद्र पर धक्का खा रहे हैं। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में ज्यादातर यात्री आनलाइन टिकट लेते हैं। उनका खुद ब खुद टिकट रद होकर उनके खाते में पैसा जा रहा है। आरक्षण केंद्र से टिकट कराने वालों के लिए वहां टिकट वापस करने की व्यवस्था की गई है।
इस रूट की ट्रेनों में बढ़ गई भीड़
भुवनेश्वर एलटीटी, पुरी एलटीटी, हटिया एलटीटी, विशाखापटृटनम एलटीटी, बिलासपुर-भगत की कोठी, बिलासपुर-बीकानेर आदि ट्रेनों को रेलवे ने रद कर दिया है, इसलिए इस रूट पर चलने वाली दूसरी ट्रेनों में यात्रियों का दबाव बढ़ गया है। वहीं रायपुर से लोकल ट्रेन रद होने से हावड़ा से मुंबई जाने वाली ट्रेनों में अचानक भीड़ बढ़ गई है।