ऑटो इंडस्ट्री बुरे दौर से गुजर रही है। अगर बात अप्रैल 2022 के आंकड़ों की जाए, तो भारत में मौजूदा ज्यादातर कार ब्रांड को जबरदस्त नुकसान का सामना करना पड़ा है। लेकिन इस बीच टाटा मोटर्स देश की सबसे तेज रफ्तार से बढ़ने वाला कार ब्रांड बनकर उभरा है। अगर टॉप-5 कार ब्रांड की बात की जाए, तो टाटा मोटर्स अकेला ऐसा कार ब्रांड है, जिसकी ग्रोथ सबसे ज्यादा रही है। जबकि मारुति सुजुकी जैसी दिग्गज कार कंपनियों की ग्रोथ सालाना आधार पर नकारात्मक रही है।
ब्रांड | अप्रैल 2022 | अप्रैल 2021 | सालाना ग्रोथ | मार्केट शेयर |
मारुति सुजुकी | 1,21,995 | 1,35,879 | -10.22 फीसद | 41.57 फीसद |
हुंडई | 44,001 | 49,002 | -10.21 फीसद | 15 फीसद |
टाटा मोटर्स | 41,587 | 25,095 | 65.72 फीसद | 14.17 फीसद |
महिंद्रा | 22,526 | 18,285 | 23.19 फीसद | 7.68 फीसद |
किआ | 19,019 | 16,111 | 18.05 फीसद | 6.48 फीसद |
टोयोटा | 15,085 | 9,600 | 57.14 फीसद | 5.14 फीसद |
होंडा | 7,874 | 9,072 | -13.21 फीसद | 2.68 फीसद |
रेनॉ | 7,594 | 8,642 | -12.13 फीसद | 2.59 फीसद |
स्कोडा | 5,152 | 961 | 436.11 फीसद | 1.76 फीसद |
फॉक्सवैगन | 3,547 | 1,533 13 | 131.38 फीसद | 1.21 फीसद |
एक तरफ जहां मारुति सुजुकी और हुंडई की बिक्री में करीब 10 फीसदी की गिरावट आई, वहीं टाटा मोटर्स, टोयोटा, स्कोडा और फॉक्सवैगन की बिक्री में भारी वृद्धि दर्ज की गई। मारुति सुजुकी ने अप्रैल 2022 में 1,21,995 कारों की बिक्री की, जिसमें सालाना बिक्री में 10.22 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। वहीं मंथली रिपोर्ट देखा जाए तो इंडो-जापान कार निर्माता कंपनी ने मंथली बिक्री में 8.86 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है।
ऑटो इंडस्ट्री इस समय सेमीकंडक्टर की भारी मार झेल रहा है यही वजह है कि कंपनियां अपने प्रोडक्ट उतने डिलेवर नहीं कर पा रही हैं, जितना उनका इस साल को लेकर प्लान था। अप्रैल 2022 की सेल्स रिपोर्ट देखकर आप आसानी से समझ सकते हैं कि ऑटो इंडस्ट्री कितना फीसदी ग्रो कर रही है और नीचे एक चार्ट दिया गया है, जिसे देखकर आप आसानी से ब्रांड के अनुसार ऑटो इंडस्ट्री की ग्रोथ देख सकते हैं। अप्रैल 2022 में सालाना बिक्री में 2.35 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि मंथली बिक्री में 8.83 फीसद की गिरावट देखने को मिली।