राजधानी में अब निगम के इंजीनियर और अफसर सुबह 6 बजे पानी टंकी पहुंचेगे। वे पहले तो ये देखेंगे कि टंकियों में कितने मीटर तक पानी भरा है। फिर टंकी की सप्लाई लाइन से टेलएंड यानी उस अंतिम छोर तक जाएंगे जहां तक पानी पहुंचना है।
वहां के नल को चेक करेंगे कि पानी अंतिम छोर तक आ रहा है या नहीं? पहली बार टंकी वार अफसरों को जिम्मेदारी दी गई है क्योंकि गर्मी के शुरुआती दिनों में ही शहर के कई इलाकों में पानी का संकट शुरू हो गया है।
टंकी से सप्लाई होने वाला पानी हर परिवार तक पहुंचे इसके लिए जिम्मेदारी तय की गई है। जांच के दौरान जिन इलाकों में पानी नहीं या कम पहुंचने का पता चलेगा वहां सिस्टम की खामी को दूर किया जाएगा। अफसरों ने संकेत दिए हैं कि इसमें कोताही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शहर में अभी 37 टंकियों से अलग-अलग इलाकों में पानी सप्लाई किया जा रहा है। इस तरह करीब 16 लाख आबादी को पानी सप्लाई हो रहा है। गर्मी अभी शुरू ही हुई है और कुछ-कुछ इलाकों में किल्लत होने लगी है। लोगों की शिकायतें आ रही हैं कि नल में प्रेशर नहीं है और पानी भी थोड़ी देर ही मिल रहा है, जबकि नगर निगम का दावा है कि वह 270 एमएलडी के आसपास पानी की सप्लाई कर रहा है फिर शहर में पानी की दिक्कत क्यों खड़ी हो रही है।
नई टंकियां बनाई गई है। पाइपलाइनें बिछाई गई हैं। मोटरों की क्षमता बढ़ाकर फिल्टर प्लांट को अपग्रेड किया जा चुका है। इसलिए निगम ने 14 सदस्यों की एक टीम बनाई है। टीम के सदस्यों को अलग-अलग पानी टंकियों की जिम्मेदारी दी गई है। टुल्लू पम्पों पर भी कारवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। महापौर का कहना है निगम के पास पानी उपलब्ध कराने की पर्याप्त क्षमता है। इसके बावजूद पानी की कमी की शिकायतें मिलना बेहद निराशाजनक है। इसलिए हर अफसर को खासतौर पर एक-एक टंकी की जिम्मेदारी दी गई है।
किस अफसर को किस इलाके की जिम्मेदारी
ईई बद्री चंद्राकर को शंकर नगर, अवंति विहार, आरके गुप्ता को बैरनबाजार और मोतीबाग, एई प्रदीप यादव को कबीर नगर, कोटा, जरवाय, नरसिंग फरेंद्र को देवपुरी, लालपुर, अमलीडीह, आशुतोष सिंह को श्यामनगर, कृषि उपज मंडी, पदमाकर श्रीवास को गोगांव, भनपुरी और खमतराई, दिनेश सिन्हा को कचना, आमासिवनी, सडडू, योगेश कड़ू को सरोना, टाटीबंध, शरदचन्द्र ध्रुव को देवेन्द्र नगर, संजय नगर, टैंक नम्बर 4, योगेंद्र कुमार देवांगन को कुशालपुर, डीडी नगर, राजेंद्रनगर, युवराज सिदार को भाठागांव, मठपुरैना, चंगोराभाठा, अनुराग पाटकर को गुढ़ियारी भारत माता, गंज, रमेश पटेल को पुराना ईदगाहभाठा, नया ईदगाह भाठा, डंगनिया और नीतीश झा को मोवा-दलदल सिवनी तथा तेलीबांधा टंकियों का प्रभारी बनाए गए हैं।
अफसरों को ये करना होगा
सभी अफसरों को सुबह 6 बजे संबंधित पानी टंकियों में पहुंचकर वहां टंकी की रीडिंग लेनी होगी। यानी टंकी में आज कितने मीटर तक भरा है। इसका रिकार्ड मेंटेन करना होगा। इस दौरान उन्हें पांच क्लोरीन रीडिंग भी करनी होगी। पाइप लाइनों के टेलएंड में जाकर क्लोरीन की मात्रा की जांच करनी होगी।
क्लोरीन की मात्रा 0.2 से कम मिलने पर वे संबंधित जोन के अधिकारियों को बताकर अतिरिक्त क्लोरीनेशन के लिए निर्देश देंगे। जरूरी होने पर टंकियों में अतिरिक्त बूस्टिंग के लिए हाइपोक्लोराइड की डोजिंग कराने की जिम्मेदारी भी उन्हीं को दी गई है। लोगों के घरों तक पानी का प्रेशर कम आने की जांच करेंगे। इसकी वजह पता लगाकर उसे दूर करने का प्रयास करेंगे।