Uttarakhand बादल फटने से एक गांव पूरी तरह से तबाह हो गया है. इस हादसे में 2 की मौत हो गई है, जबकि 11 लोग लापता बताया जा रहे हैं. राहत और बचाव कार्य जारी है. पड़ोसी देश नेपाल में भी बादल फटने से काली नदी में अचानक से बाढ़ आ गई. पानी का बहाव इतना तेज था कि कई घर नदी में समा गए.
देवभूमि उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है. पहाड़ों पर बसे पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने से भारी तबाही मची है. बादल फटने से एक गांव पूरी तरह से तबाह हो गया है. इस हादसे में 2 की मौत हो गई है, जबकि 11 लोग लापता बताया जा रहे हैं. राहत और बचाव कार्य जारी है. पड़ोसी देश नेपाल में भी बादल फटने से काली नदी में अचानक से बाढ़ आ गई. पानी
भारत-नेपाल सीमा पर फटा बादल
पिथौरागढ़ के डीएम ने बताया कि पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा के पास कल रात लगभग 1 बजे बादल फटा और धारचूला के खोटीला गांव में तबाही हुई. उन्होंने बताया कि इस घटना से ग्वाल गांव व धारचूला मल्ली बाजार में घरों में पानी घुस गया. उन्होंने कहा कि इस घटना में तकरीबन 30 घर छतिग्रस्त हो गए और एक महिला की मौत हो गई.
शुक्रवार रात 1 बजे हुआ हादसा
शुक्रवार रात को भारत-नेपाल सीमा पर आफत की बारिश हुई. रात लगभग एक बजे के आसपास नेपाल के लास्कु के पास बादल फटने से लास्कु नाले ने विकराल रूप ले लिया. नाले के साथ आए मलबे से काली नदी का प्रवाह प्रभावित हो गया. खोतिला व्यासनगर के पास काली नदी में लगभग 2 किमी लंबी झील बनने से खोतिला के नदी किनारे स्थित व्यासनगर के 50 से अधिक मकान जलमग्न हो गए.
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राहत और बचाव कार्य जारी
Uttarakhand आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेन्द्र महर ने बताया कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, राजस्व पुलिस के साथ ही रेगुलर पुलिस को आपदा प्रभावित इलाकों में भेजा गया है. उन्होंने कहा कि लापता लोगों की तलाश जारी है. घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हालात चिंताजनक इसलिए भी हैं क्योंकि नेपाल के जिस इलाके में बादल फटने की घटना हुई है, वहीं एनएचपीसी का 280 मेगावॉट का पॉवर प्रोजेक्ट भी है.