दिल्ली/ करोल बाग के बापा नगर में इमारत ढहने से रामपुर के मिलक क्षेत्र के खाता नगरिया गांव पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। दीवारों में हो रहा था पानी का रिसाव स्थानीय लोगों ने बताया कि जर्जर इमारत की दीवारों से कई माह से पानी का रिसाव हो रहा था। इसको लेकर कई मरम्मत नहीं कराई गई। हादसे के समय सबसे पहले छतों से प्लास्टर गिरा इसके बाद सभी मंजिल भर भरा कर गिर गया। हादसे में 18 लोगों के चपेट में आने की खबर से गांव में अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
हादसे के दौरान फैक्टरी पर काम चल रही थी :-
अलग -अलग इमारत में 20 लोग कर रहे थे काम
इस हादसे मे :- गांव के किसी घर का इकलौता चिराग बुझ गया तो किसी के परिवार के पालनहार दुनिया से चले गए। हादसे के बाद गांव से तमाम लोग पीड़ित परिवारों के साथ दिल्ली रवाना हो गए। पूरे गांव में चीख-पुकार मची है।
रोजगार के लिए 10 सालों से गांव निवासी कई लोग दिल्ली में रह रहे थे। रोजगार के तौर पर जूते व चप्पल बनाने की फैक्टरी में काम कर परिवारों का पालन पोषण कर रहे थे।
हादसे में गांव के ही सगे भाई मुकीम और मुजीब की मौत हो गई। दोनों भाई परिवार का पालन-पोषण करते थे। वहीं, मृतक मोहसिन के अब दो भाई और दो बहन हैं। जान गंवाने वाला अमन इकलौता बेटा था। उसकी एक छोटी बहन है। वर्षों पूर्व उसके पिता नन्हे खान की मौत हो गई थी। वो नाबालिग था और अपने मामा उवैश के पास गया था।
18 लोगों को मलबे से रेस्क्यू किया गया
हादसे में अब तक चार लोगों की मौत
इस हादसे में एक किशोर समेत चार की मौत हुई है। जबकि घायल 14 लोगों का लेडी हॉर्डिंग समेत दूसरे अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
मृतकों की पहचान :-
अमन (12 वर्ष), मुकीम (25 वर्ष), मुजीब (18 वर्ष), मोसिन (26 वर्ष) के रूप में हुई है।