CG News कोरबा जिले के कुसमुंडा थाना क्षेत्र में मालगाड़ी को सामने से आता देखकर भी ड्राइवर रेलवे ट्रैक पार करने लगा, जिसके कारण उसकी कार मालगाड़ी से टकरा गई। हादसे में ड्राइवर सतीश अग्रवाल समेत 2 लोग घायल हो गए। वहीं कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। दुर्घटना बुधवार को दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे के कोरबा-गेवरा रोड रेलखंड पर हुई।
जानकारी के मुताबिक, यहां दो रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं। यहां लोगों ने अपनी सुविधा के लिए बीच से पार होने के लिए छोटा सा रास्ता बना दिया है, इसलिए हर समय दुर्घटना की आशंका बनी होती है। मालगाड़ी को आता देखकर भी ठेकेदार सतीश अग्रवाल अपनी कार को यहां से पार कराने लगा। इसी दौरान मालगाड़ी से उसकी कार की टक्कर हो गई। हादसे के बाद यहां लोगों की भीड़ जमा हो गई।

हादसे के बाद लोको पायलट ने मालगाड़ी भी रोकी। उसने बताया कि इंजन और 2 डिब्बे पार होने के बाद कार मालगाड़ी से जा टकराई। इसके बाद चालक दूर तक रेलवे ट्रैक के किनारे फेंका गया। इस हादसे में वाहन चालक और उसमें सवार अन्य शख्स गंभीर रूप से घायल है। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मामले की सूचना मिलने पर कुसमुंडा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। जिस मालगाड़ी से कार टकराई, उसमें कोयला लोडेड था। वो NTPC की ओर जा रही थी। कार क्रमांक सीजी 12 ए बी 7771 था। कार ड्राइवर का नाम सतीश अग्रवाल है, जो ठेकेदार है। वो कोरबा के ही रहने वाले हैं और किसी काम से कुसमुंडा गए हुए थे। दुर्घटना की जानकारी मिलने पर मालगाड़ी का स्टाफ उतरा और मौके का मुआयना किया। इधर पुलिस भी हादसे की जांच में जुट गई है।

ट्रेन से कटकर बम स्क्वॉड के जवान की हुई थी मौत
सालेकसा में 10 दिसंबर को ट्रेन से कटकर बम स्क्वॉड के जवान की मौत हो गई थी। बिलासपुर से नागपुर के बीच सबसे तेज चलने वाली वंदे भारत ट्रेन की सुरक्षा के लिए निकले बम स्क्वॉड के एक जवान की ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी। छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से लगे सीमावर्ती क्षेत्र के धुर नक्सल क्षेत्र सालेकसा में पुलिस अफसर और जवानों की टीम सर्चिंग कर रही थी। उसी समय ट्रैक पर धड़धड़ाते हुए ट्रेन आ गई और जवान उसकी चपेट में आ गया था।

CG News गोंदिया लोकल पुलिस के बम निरोधक दस्ते में कार्यरत आरक्षक विजय नसीने गोंदिया पुलिस के डॉग स्क्वॉड और उप निरीक्षक धनराज कुलमेठे के साथ वन्दे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से पहले सुरक्षा के मद्देनजर डोंगरगढ़ के रेलवे सुरक्षाबल के प्रधान आरक्षक करतार सिंह सहित बोरतलाव और दरेकसा के बीच सेक्शन पर रेलवे ट्रैक पर एन्टी सबोटेज चेकिंग कर रहे थे। जिस अप लाइन पर चेकिंग चल रही थी, उसी समय उस पर गाड़ी संख्या 17008 सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस धड़धड़ाते हुए आ गई और आरक्षक विजय नसीने ट्रेन की चपेट में आ गए थे, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इस हादसे में आरक्षक विजय नसीने के शरीर के कई टुकड़े हो गए और ट्रेन वहां से गुजर गई थी।