जिला काँग्रेस कार्यालय में मनाया गया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि

रायगढ़ :- अहिंसा के पुजारी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि पर उन्हें कांग्रेसियों ने याद किया। आज जिला कांग्रेस कार्यालय में जिलाध्यक्ष शहर अनिल शुक्ला, महिला काँग्रेस जिला अध्यक्ष शहर बरखा सिंह, सेवादल जिला संयोजक शकील अहमद मुन्ना, महिला कांग्रेस सेवादल जिला अध्यक्ष ग्रामीण एवं रायगढ़ जनपद अध्यक्ष भूमिसुता चौहान की अगुवाई में कांग्रेस के समस्त प्रकोष्ठों की उपस्थिति में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई गई।
सर्वप्रथम जिलाध्यक्ष शहर अनिल शुक्ला, सेवादल जिला संयोजक शकील अहमद मुन्ना, सेवादल महिला ग्रामीण अध्यक्ष एवं जनपद अध्यक्ष भूमिसुता चौहान महिला जिलाध्यक्ष बरखा सिंह ने मिलकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के छायाचित्र समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित किया। तत्पश्चात सभी उपस्थित काँग्रेसियों ने क्रमबद्ध तरीके से अपनी-अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित कर बापू को नमन किया। उसके बाद सभी लोग पैदल मार्च करते हुए गांधी प्रतिमा जाकर बापू को माल्यार्पण कर नमन किए।
अहिंसा परमो धर्मा की प्रतिमूर्ति थे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी- अनिल शुक्ला
उपस्थित काँग्रेसियों को जिलाध्यक्ष शहर अनिल शुक्ला ने संबोधित करते हुए कहा कि, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी अपने आप में एक सेना, संगठन थे। वे अहिंसा के पुजारी थे। उनके द्वारा चलाए गए असहयोग आंदोलन, दांडी यात्रा, भारत छोड़ो आंदोलन का ही परिणाम था कि भारत आज स्वतंत्र राष्ट्र है। उनके द्वारा राष्ट्र निर्माण के लिए किए गए योगदान अमिट छाप छोड़ गए हैं। महात्मा गांधी को देख कर के ही अंग्रेजों के पसीने छूट जाते थे, क्योंकि वह मारधाड़, हिंसा से नहीं अहिंसा रूपी चोट पहुंचा कर विरोधियों को परास्त कर देते थे। जिसके वजह से आज पूरा विश्व उन्हें नमन करता है। सब लोगों को एकजुट करने और राष्ट्र को आजाद करवाने के लिए अपना संपूर्ण जीवन न्योछावर कर दिया। राष्ट्र को आजाद कराने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। लेकिन कुछ भी विघटनकारी राष्ट्र विरोधी तत्वों को उनका कद बढ़ता सहन नहीं हुआ। जिसके परिणाम स्वरूप आज ही के दिन नाथूराम गोडसे ने बर्बरता पूर्वक उनकी हत्या कर दी। आज भी नाथूराम गोडसे के अनुयायी भारत में अराजकता का माहौल फैलाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन लोग उनके मंसूबों को समझ चुके हैं। आज उनकी पुण्यतिथि पर मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नमन करता हूँ।
 
सत्य अहिंसा के पुजारी थे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी- दीपक पांडेय
उपस्थित कांग्रेसियों को रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी शहर के पूर्व अध्यक्ष दीपक पांडेय ने संबोधित करते हुए कहा कि, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी बैरिस्टर होते हुए भी सादा जीवन उच्च विचार जिए। वे राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते थे। भले ही उसके लिए कुछ भी बलिदान क्यों ना करना पड़े। सबके लिए वह तैयार रहते थे। जो काम हिंसा से भी नहीं हो पाता था उसको वह अहिंसा रूपी आंदोलन से सफल कर देते थे। उनमें सहनशक्ति कूट-कूट कर भरी हुई थी। जिसके कारण ही वे हर मुसीबतों को जेल जाते थे। उनके अथक मेहनत और परिश्रम का ही परिणाम है कि आज हम स्वतंत्र भारत में निवास कर रहे हैं। भारत को आजाद करवाने में उन्होंने अपना घर बार सब त्याग कर स्वतंत्रता संग्राम में भिड़े थे। आज के ही दिन हिंसा वादी संगठन के नाथूराम गोडसे ने हम सबके बापू महात्मा गांधी, अहिंसा के पुजारी को हिंसात्मक रूप से गोली मारकर हत्या कर दी। आज भी नाथूराम गोडसे की विचारधारा वाले लोग देश में अशांति फैलाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अहिंसा वादी भी उसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं। मैं उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
आज की पुण्यतिथि सभा में प्रमुख रूप से प्रभारी महामंत्री शाखा यादव, नागेंद्र नेगी, मो. अशरफ खान, उपेंद्र सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष मदन महंत, शकील अहमद मुन्ना, नरेश जयसवाल, राजेश कछवाहा, भरत तिवारी, प्रदीप मिश्रा, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष बरखा सिंह, महिला सेवा दल ग्रामीण जिलाध्यक्ष एवं जनपद अध्यक्ष भूमिसुता चौहान, सूरज उपाध्याय, विकास बोहिदार, रोहित दास महंत, सुदेश लाला, संतोष कुम्हार, शीला साहू, वकील अहमद सिद्धकी, हुसैन, इब्राहिम अली, गौरांग अधिकारी, नागीन जैन, जतीराम यादव, हरिराम खूँटे, डॉ. बीपी गोपाल, अरुणा मेश्राम, राधा गजभिए, वसीम खान, संतोष कुमार चौहान, कमाल खान, शैलेश मनहर, शेख ताजिम, गणेश घोरे, सतीश मानिकपुरी, इस्माइल खान, डॉ भीम दास महंत, संयुक्ता सिंह राजपूत, घासीदास महंत, आदि उपस्थित रहे।
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