फ्रेशर्स के लिए गुड़ न्यूज! TCS करेगी 1 लाख से ज्यादा कर्मचारियों की नियुक्ति

मुंबईः देश की प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) चालू वित्त वर्ष का समापन 1 लाख फ्रेशरों की भर्ती के साथ करेगी, जो एक वित्त वर्ष में किसी आईटी कंपनी या बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा की जाने वाली सर्वाधिक भर्ती होंगी।

टीसीएस चालू वित्त वर्ष में अब तक 77,000 फ्रेशर (पढ़ाई कर निकले स्नातक) की नियुक्ति कर चुकी है। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2022 के लिए पहले रखे गए 55,000 भर्तियों के लक्ष्य से कहीं ज्यादा है। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 40,000 फ्रेशर को नौकरी पर रखा था।

अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 34,000 फ्रेशरों को किया नियुक्त
टीसीएस के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने कहा, ‘तीसरी तिमाही में हमने कहा था कि हम 34,000 भर्तियां करेंगे। हालांकि चौथी तिमाही के आंकड़े अभी उपलब्ध नहीं है लेकिन इतना कहा जा सकता है कि भर्तियों की रफ्तार बरकरार रहेगी।’ चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में टीसीएस ने 43,000 फ्रेशरों को नियुक्त किया था। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी ने 34,000 और फ्रेशर को अपने साथ जोड़ा, जिससे कुल भर्तियां 77,000 पहुंच गईं।

कंपनी पर नजर रखने वाले विश्लेषकों का कहना है कि कंपनी में अनुभवी लोगों की नियुक्तियां भी पिछली कुछ तिमाहियों की तुलना में ज्यादा रही हैं। एक विश्लेषक ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि हमारे अनुमान के अनुसार तीसरी तिमाही में टीसीएस ने 20,000 अनुभवी पेशेवरों को नियुक्त किया है और चौथी तिमाही में यह आंकड़ा 30,000 रह सकता है।

नौकरी छोड़ने वालों की दर बढ़ी
अगर टीसीएस चौथी तिमाही में अतिरिक्त 30,000 फ्रेशर भर्ती नहीं भी करती है तो चालू वित्त वर्ष में कुल नियुक्तियां 1 लाख से ज्यादा होंगी। हालांकि टीसीएस ने अनुभवी पेशेवरों की नियुक्ति के आंकड़े साझा नहीं किए हैं। महामारी के कारण पिछले 18 महीनों में कंपनियों ने डिजिटल और क्लाउड सेवाएं अपनाने में तेजी दिखाई है, जिससे डिजिटल कुशलता वाले लोगों की मांग काफी बढ़ गई है। इससे उद्योग में प्रतिभाओं को अपने साथ जोडऩे के लिए एक तरह का युद्ध छिड़ गया है और कंपनियों में कर्मचारियों की नौकरी छोड़ने की दर भी बढ़ रही है।

नवंबर 2021 में जारी अनअर्थइनसाइट रिपोर्ट के अनुसार चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में भारतीय आईटी सेवा क्षेत्र में कर्मचारियों की कुल संख्या में करीब 4.5 लाख का इजाफा होगा। इनमें से अधिकतर अनुभवी पेशेवर शामिल हैं लेकिन फ्रेशरों की नियुक्तियों में भी तेजी आएगी।

भर्तियां करने में टीसीएस सबसे आगे
भर्तियां करने में टीसीएस सबसे आगे रही है, जिसकी बदौलत वह कर्मचारियों की नौकरी छोड़ने की दर को काबू में रखने में सफल रही है। हालांकि पिछली तिमाही के मुकाबले कंपनी में कर्मचरियों के नौकरी छोडऩे की दर बढ़ी है। तीसरी तिमाही में टीसीएस में कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर 15.3 फीसदी रही, जो दूसरी तिमाही में 11.9 फीसदी थी। हालांकि यह एक्सेंचर (17 फीसदी), इन्फोसिस (25.5 फीसदी), विप्रो (22.7 फीसदी) और एचसीएल टेक (19.8 फीसदी) से कम है।

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