रायगढ़, 27 मई2021/ कोरोना वायरस से घबराने की नहीं बल्कि सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है, तभी हम इस जानलेवा वायरस को हरा पाएंगे। अभी जो समय चल रहा है उसमें सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार जैसे लक्षण आपके शरीर में आते है तो उसे नजर अंदाज न करें बल्कि समय रहते इसका तुरंत इलाज करायें। देरी करने की वजह से हमारा शरीर की इम्यूनिटी यानी रोगों से लडऩे की क्षमता कमजोर हो जाती है और यही मौका मिल जाता है वायरस को हमारे शरीर पर हमला करने का। जिसकी वजह से कईयों ने अपनी जान भी गवा दी। लिहाजा कोरोना वायरस से घबराने और परेशान होने की बजाए जागरुक बनें और वायरस को फैलने से रोकने के लिए जरूरी ऐहतियात पर ध्यान रखें। उक्त बातें वार्ड नंबर 21 बेलादुला रायगढ़ के 78 वर्षीय श्री शुध्दू राम परजा ने कही। उन्होंने कहा कि पात्र लोग वैक्सीन जरूर लगवाये। वैक्सीन एवं शासन द्वारा जारी गाईड लाइन के पालन से हम इस बीमारी को हरा पायेंगे।
कोरोना से जंग जीते शुद्धू राम की अपनी कहानी अपनी जुबानी
शुध्दू राम परजा ने बताया कि 7 मई को मुझे तेज बुखार हुआ और बुखार कम हो ही नहीं रहा था। तभी मुझे कुछ घबराट भी महसूस हुई और मन भी घबराने लगा कि कहीं मैं भी कोरोना की चपेट में नही आ गया हूँ। मैने दूसरे दिन 8 मई को मेरे लड़के विदेशी लाल परजा को बोलकर तुरंत टेस्ट करवाया। जिसमें मैं पाजिटिव आया। लेकिन मैने खुद को हिम्मत दी और मन में अटूट विश्वास रखा कि मैं तो टीका भी लगवा लिया हूं मुझे कुछ नहीं होगा। स्वास्थ्य विभाग ने 9 मई को मुझे केआईटी अस्पताल में एडमिट कर दिया। वहां मेरा बहुत अच्छे से इलाज हुआ। डॉक्टर एवं वहां के नर्स प्रतिदिन चेकअप करने आते थे। सहीं समय पर सही इलाज मिलने से आज मैं पूरी तरह स्वस्थ हूं और अपने घर पर हूं।
केआईटी अस्पताल की व्यवस्था को सराहा
शुध्दू राम परजा ने केआईटी अस्पताल के डॉक्टरों और सभी मेडिकल स्टाफ के समर्पण भाव को सराहते हुए कहा कि सभी ने उनका बहुत अच्छे से ध्यान रखा। केआईटी अस्पताल रायगढ़ में उन्हें सही समय पर सुबह का नाश्ता, दोपहर का खाना, अपरान्ह 4 बजे फल और रात्रि 8 बजे भोजन दिया जाता था। साथ ही वहां के स्टाफ नर्स भी अपनी पूरी जिम्मेदारी निभा रहे थे। उन्होंने कहा कि उक्त अस्पताल में बहुत अच्छा इलाज एवं देखभाल हुआ। जिसकी बदौलत मैं आज इतनी जल्दी स्वस्थ होकर अपने घर आ गया हूँ।