Jodhpur जोधपुर के भूंगरा गांव में सिलेंडर ब्लास्ट कांड में 35 लोगों की जान लेने वाला घर रूह कंपाने वाली कहानी बयां कर रहा है। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि लोगों की चमड़ी पिघलकर घर के दरवाजे और दीवारों पर चिपक गई।
सबसे दर्दनाक है 17 महिलाओं की ‘मौत का सच’… हादसे में सबसे ज्यादा महिलाओं की ही मौत क्यों हुई? दैनिक भास्कर टीम कई दिनों से इसका इन्वेस्टिगेशन कर रही थी। जो सच सामने आया वह रोंगटे खड़े करने वाला है।
आग ने तांडव मचाया तो महिलाओं के कपड़े जलने लगे, अपनी जान बचाने के लिए महिलाएं घर से बाहर की तरफ दौड़ीं, लेकिन सामने परिवार और रिश्तेदारों को देख शर्म और लज्जा के कारण वापस घर के अंदर चली गईं। आग ने फिर उन्हें बाहर निकलने का मौका नहीं दिया।
Jodhpur राजस्थान की महिलाओं ने अपनी मर्यादा बचाने के लिए जान देना पसंद किया। अगर उस दिन महिलाएं कपड़ों की परवाह नहीं करतीं तो शायद कम मौतें होतीं। जब हादसा हुआ, घर में सैकड़ों लोग मौजूद थे, इनमें 58 जल गए।