Raigarh News रायगढ़, 14 जनवरी। पुसौर तहसीलदार पर मारपीट कर स्कूटी लूटने के आरोप लगने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। इस मुद्दे को लेकर गांधी प्रतिमा के पास खुली जगह में अनशन पर बैठे दोनों पक्षों के बुजुर्गों की हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूत्रों के मुताबिक मूलतः पड़िगांव निवासी और वार्ड नंबर 1 बोरोडिपा, पुसौर में रहने वाले झसकेतन भोय (70 वर्ष) यह आरोप लगाते हुए विगत 11 जनवरी से जिला मुख्यालय स्थित एसपी ऑफिस से लगे गांधी प्रतिमा के पास बैठा था कि अपने खिलाफ शिकायत होने पर पुसौर तहसीलदार ने उससे मारपीट कर स्कूटी तक लूट लिया। हालांकि, अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए तहसीलदार नंदकिशोर सिन्हा ने झसकेतन भोय द्वारा जीवित मान गोविंद को मृत बताकर नाम कटवाने का दबाव बनाने के लिए हथकंडा निरूपित किया। वहीं, इस मामले में दूसरे पक्ष यानी पड़िगांव में रहने वाले झसकेतन के रिश्ते का भतीजा सुखमनी भोय भी गांधी प्रतिमा के समीप धरने पर बैठ गया था।
सर्द रात में खुले आसमान के नीचे 3 रोज से धरना प्रदर्शन करने की वजह से झसकेतन भोय और सुखमनी भोय की तबियत खराब होने पर वे गांधी प्रतिमा के पास असहाय होकर निढाल हो गए। ऐसे में प्रशासन को इसकी जानकारी होने पर पुलिस ने दोनों अनशनकारियों को काफी समझाया, लेकिन वे अपनी जिद पर अड़े रहे। नतीजतन, फिर वर्दीधारियों ने एम्बुलेंस बुलाया और दोनों बुजुर्गों को जिला चिकित्सालय लेकर गए। डॉक्टर्स ने शारीरिक रूप से कमजोर पाने पर झसकेतन और सुखमनी भोय का सघन उपचार शुरू करते हुए उनकी दुरुस्ती की कवायद में जुटी है। भोय परिवार बताते हैं कि दोनों बुजुर्गों की दशा में सुधार हो रहा है।