इस वीकेंड में दो प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्मोंन ने अपने दर्शकों को सरप्राइज दिया है. बीते कुछ महीनों की दो चर्चित फिल्मों को उन्होंने अचानक, बिना किसी प्रचार के अपने-अपने प्लेटफॉर्मों पर रिलीज कर दिया. बीती मार्च में रिलीज हुई रानी मुखर्जी की फिल्म मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे है को समीक्षकों ने सराया था और नॉर्वे में यह भी यह अब तक तक की सबसे ज्यादा कलेक्शन वाली फिल्म साबित हुई. इसके अलावा यूरोपीय देशों में भी इसे देखा गया. यह इस साल की बॉलीवुड की कामयाब फिल्मों में शुमार है. रानी मुखर्जी के फैन्स और ओटीटी पर कंटेंट सिनेमा देखने वालों के लिए यह गुड न्यूज है कि वे यह फिल्म घर बैठे देख सकते हैं.
यह फिल्म नॉर्वे में हुई एक सच्ची घटना पर आधारित है, जिसमें एक भारतीय दंपति पर अपने बच्चों को सही ढंग से नहीं पालने-पोसने पर सरकारी अधिकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया था. असल में बच्चों के लालन-पालन में यूरोप-अमेरिका और एशिया में सांस्कृतिक अंतर हैं. अधिकांश यूरोपीय देशों में बच्चे की पिटाई अपराध और बाल शोषण है की श्रेणी में आता है. जबकि भारत में माता-पिता अक्सर बच्चों की पिटाई कर देते हैं और माना जाता है कि यह उनके हित अथवा उन्हें नियंत्रित करने के लिए जरूरी है. मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे इसी मुद्दे पर है. फिल्म का निर्देशन आशिमा चिब्बर ने किया है. रानी मुखर्जी एक मां के रूप में फिल्म में अपने बच्चों को वापस पाने का संघर्ष करती नजर आती हैं. फिल्म में उनके साथ अनिर्बन भट्टाचार्य, जिम सर्भ, नीना गुप्ता और कई यूरोपीय कलाकार भी हैं. आज यह फिल्म बगैर किसी सूचना के ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग करने लगी.