वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत महत्व है. घर की हर चीज वास्तु के अनुसार बनाई गई हो या रखी गई हो तो घर में सुख-शांति, समृद्धि आती है. अगर वास्तु को अनदेखा कर दिया जाए तो घर की शांति भंग हो जाती है. आर्थिक स्थिति बिगड़े लगती है. घर में क्लेश होने लगते हैं. वास्तु शास्त्र में घर की दक्षिण दिशा से जुड़े कुछ नियम बताए गए हैं.
वास्तु जानकारों के अनुसार दक्षिण दिशा को यम की दिशा माना जाता है. इसके साथ-साथ इसे पितरों की दिशा भी कहा जाता है. कहते हैं कि अगर इस दिशा को लेकर कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए, तो व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कहते हैं दक्षिण दिशा में कुछ चीजें रखने से बचना चाहिए. अगर आप इस बात का ध्यान नहीं रखते हैं, तो व्यक्ति को कंगाली का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानें इस दिशा को लेकर बताए गए नियमों के बारे में.
वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा में जूते-चप्पल भी नहीं रखने चाहिए. घर की दक्षिण दिशा पितृ और यम देव की होती है. इसलिए इस दिशा में चप्पल जूते रखने से पितृ का अपमान होता है और वे नाराज हो जाते हैं. जिससे व्यक्ति को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. RGH NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)