बंगाल की खाड़ी में उठा भीषण चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ आंध्र प्रदेश के काकीनाडा और मछलीपट्टनम के बीच तट से टकरा गया है जिस वजह से तटीय क्षेत्रों में सैकड़ों घरों और पेड़ों को काफी नुकसान पहुंचा। वहीं, हवाई और रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हैं। दूसरी ओर अब चक्रवाती तूफान लगातार उत्तर और उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। ऐसे में चक्रवात की वजह से आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। तूफान का सबसे ज़्यादा असर आंध्र प्रदेश पर ही दिख रहा है। जिस समय चक्रवात तट से टकराया उस समय उसकी रफ़्तार 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा थी ऐसे में लोगों से अभी घरों में ही रहने को कहा गया है। वहीं, राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर हैं।
52 फ्लाइट्स और दक्षिण मध्य रेलवे जोन की कुल 120 ट्रेनें कैंसिल
चक्रवात के असर से बचने के लिए आंध्र सरकार ने 22 जिलों में 3,174 शेल्टर होम्स बनाए हैं तो दूसरी ओर आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा और तिरुपति एयरपोर्ट की 52 फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई हैं। दक्षिण मध्य रेलवे जोन की कुल 120 ट्रेनें कैंसिल की गई हैं। NDRF ने अपनी 25 टीमों को तैनात किया है। वहीं, 20 टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
आंध्र प्रदेश में भारी तबाही
चक्रवात मोंथा की वजह से आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। तूफान का सबसे ज्यादा असर आंध्र प्रदेश पर ही दिख रहा है। जिस समय ये चक्रवात, आंध्र प्रदेश के तट से टकराया उस समय उसकी रफ़्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटे थी। इस दौरान रास्ते में जो आया होगा सब तिनके की तरह उड़ गया होगा। पेड़ गिर रहे हैं, घर ढह रहे हैं।













