Sonali Phogat: भाजपा नेता और सोशल मीडिया स्टार सोनाली फोगाट की हत्या के मामले में गोवा पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. जांच में सामने आ चुका है कि आरोपियों ने सोनाली को कौन सा ड्रग दिया था. गोवा के रेस्टोरेंट में सोनाली को ‘मेथामफेटामाइन’ दिया गया था. गोवा पुलिस ने कहा कि आरोपी सुधीर सांगवान के खुलासे के बाद सोनाली फोगट को दिए गए ड्रग को कर्लीज रेस्टोरेंट के वॉशरूम से जब्त किया गया है. अब तक की जांच में पुलिस पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
क्या है मेथामफेटामाइन?
मेथामफेटामाइन एक खतरनाक और उत्तेजक ड्रग है. ड्रग के आदी, हद से ज्यादा नशे के लिए इसे इस्तेमाल करते हैं. ये ड्रग इंसान के नर्वस सिस्टम को सीधे प्रभावित करता है. यह रासायनिक रूप से एम्फ़ैटेमिन (दवा) के समान है जिसका इस्तेमाल अंटेशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) और नार्कोलेप्सी में किया जाता है. यह दोनों ही बीमारियां नींद विकार हैं. मेथामफेटामाइन कांच के टुकड़े या चमकदार क्रिस्टल जैसा दिखता है. मेथामफेटामाइन नीले-सफेद ट्रांसपैरेंट पत्थर जैसा दिखता है. यह आमतौर पर एक सफेद, कड़वा स्वाद वाला पाउडर या एक गोली होती है.
अब तक 5 आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने इस मामले में अब तक फोगाट के निजी सहायक सुधीर सांगवान, एक अन्य सहयोगी सुखविंदर सिंह, रेस्तरां के मालिक एडविन न्यून्स और कथित ड्रग पैडलर दत्ता प्रसाद गांवकर और रामा को गिरफ्तार किया है. अब इस मामले में कुल पांच गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.
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पुलिस का बड़ा खुलासा
Sonali Phogat सिंह और सांगवान पर हत्या के आरोप में जबकि गांवकर और न्यून्स के खिलाफ स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. दलवी ने कहा, ‘फोगाट को जो मादक पदार्थ दिया गया, उसे मेथामफेटामाइन के रूप में पहचाना गया है.’ गांवकर ने कथित तौर पर सिंह और सांगवान को मादक पदार्थ की आपूर्ति की थी. गांवकर अंजुना के उस होटल का कर्मचारी है, जहां फोगाट ठहरी थीं.