Karwa Chauth 2022: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर साफ देखा जा सकता है. 2 अक्टूबर को शुक्र अस्त हुए थे और 19 नवंबर तक अस्त रहेंगे. शुक्र के अस्त होने से जहां शुभ और मांगलिक कार्यों की शुरुआत देर से होगी. वहीं, इस करवाचौथ पर भी इसका प्रभाव पड़ता नजर आ रहा है. दरअसल, शुक्र का अस्त होना नवविवाहित महिलाओं के लिए शुभ नहीं माना जा रहा है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र के अस्त होने से इस साल नवविवाहित महिलाएं करवा चौथ का व्रत नहीं रख पाएंगी. वहीं, जो महिलाएं करवा चौथ का उद्यापन करना चाह रही हैं, वे भी इस बार उद्यापन नहीं कर पाएंगी. बता दें कि हाल ही में 2 अक्टूबर को शुक्र अस्त हुए थे और 19 नवंबर तक अस्त रहेंगे. ऐसे में कहा जा रहा है कि नवविवाहित महिलाएं इस बार करवा चौथ का व्रत न रखें. आइए जानते हैं इसका क्या दुष्प्रभाव होगा और अगर व्रक रखना चाहती हैं, तो जानें ये उपाय.
शुक्र के अस्त होने का करवा चौथ पर प्रभाव
ज्योतिषियों का कहना है कि शुक्र ग्रह को सौभाग्य और संतान का कारक ग्रह माना गया है. शुक्र ग्रह सुख और सुविधाएं प्रदान करता है. वहीं, चंद्रमा को मृत्यु का कारक माना गया है. बता दें कि करवा चौथ का व्रत अखंड सौभाग्य के लिए रखा जाता है. इस बार जो नवविवाहित महिलाएं पहली बार व्रत रखने की सोच रही हैं,वे इस साल पति के लिए व्रत न रखें.
ज्योतिषियों का कहना है कि शुक्र के अस्त होने की स्थिति में करवा चौथ का व्रत रखने से सौभाग्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. ऐसे में महिलाएं व्रत करने से बचें. वहीं, इस स्थिति में करवा चौथ का उद्यापन करना भी ठीक नहीं रहता.
Also Read Today Horoscope : इन राशि वालों को मिलेगा भाग्य का साथ, पढ़ें अपना राशिफल
इस तरह रख सकते हैं व्रत
Karwa Chauth 2022 करवा चौथ का व्रत जो नवविवाहित महिलाएं अपने पति के लिए ये व्रत रखना चाह रही हैं, वे इस तरह से व्रत रख सकती हैं. इसका उपाय सिर्फ ये है कि करवा चौथ का व्रत अपने लिए किसी और महिला से रखवाएं. उन्हीं से पूरी पूजा विधिपूर्वक कराएं. इस पूजा में खुद शामिल न हों. फिर इस व्रथ के पुण्य फल को महिला आपको दान कर दें. इससे आपको करवा चौथ के पूर्ण व्रत के फल की प्राप्ति होगी. साथ ही, शुक्र अस्त का दुष्प्रभाव भी नहीं होगा.