महाराष्ट्र की सत्ताधारी गठबंधन सरकार में अंदरूनी कलह सिर उठाने लगी है। इसका एक संकेत सोमवार को मिला था जब शिवसेना के एक विधायक ने सरकार में पार्टी के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करने का आरोप लगाया। महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में शिवसेना, एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) और कांग्रेस शामिल हैं।
शिवसेना के विधायक तानाजी सावंत ने सोमवार को सोलापुर में एक कार्यक्रम को संबोधित किया था। ओस्मानाबाद से विधायक सावंत ने यहां कहा कि हम सबका (शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं का) यह मानना है कि पार्टी के साथ सरकार में दोयम दर्जे का व्यवहार हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी झलक हमें राज्य के बजट में भी देखने को मिली थी।
सावंत ने कहा कि शिवसेना की वजह से एनसीपी और कांग्रेस राज्य की सत्ता में आईं और अब वही उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ अन्याय कर रहे हैं। इसके साथ ही सावंत ने यह दावा भी किया कि प्रदेश की सरकार में एनसीपी के नेतृत्व वाले विभागों को बजट 2022-23 में किए गए कुल आवंटन का 57 से 60 फीसदी हिस्सा मिला है।