घरेलू शेयर बाजार में सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को तेजी देखने को मिली। सुबह 9 बजकर 19 मिनट के आस-पास शुरुआती सत्र में प्रमुख सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 316.13 अंक की बढ़त के साथ 86,022.80 के लेवलपर कारोबार करता दिखा। इसी समय एनएसई निफ्टी भी 91.90 अंक की मजबूती के साथ 26,294.85 के लेवल पर कारोबार करता दिखा। निवेशकों की दिलचस्पी के कारण कुछ प्रमुख शेयरों में तेजी देखी गई, जो बाजार को और भी उत्साहजनक बना रहे हैं। निफ्टी बैंक भी बड़े ट्रेंड को फॉलो करते हुए 0.58% की बढ़त के साथ 60,102.10 पर खुला।
इन प्रमुख शेयरों में हलचल
शुरुआती सत्र में निफ्टी में आज कुछ प्रमुख स्टॉक्स ने शानदार प्रदर्शन किया। एसबीआई, ट्रेंट, श्रीराम फाइनेंस, टाटा स्टील और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे दिग्गज कंपनियों के शेयरों में जोरदार बढ़त देखी गई, जिससे निफ्टी को मजबूती मिली। वहीं, दूसरी ओर, टेक महिंद्रा, टाटा कंज्यूमर, टाइटन कंपनी और बजाज फाइनेंस जैसे शेयरों में गिरावट रही और ये लूजर के रूप में उभरे। बाजार के इन उतार-चढ़ाव ने निवेशकों को सतर्क किया, लेकिन कुछ शेयरों ने उत्साह को बनाए रखा।
स्टॉक्स जिन पर नजर रखें
आज घरेलू संकेतों के मिलेजुले प्रभाव के बीच स्टॉक स्पेसिफिक मूवमेंट देखने को मिल सकता है। नवंबर महीने के ऑटो सेल्स आंकड़े, ऑटो और उसके एंसिलरी सेक्टर की कंपनियों के लिए एक अहम संकेतक साबित होंगे। निवेशक यह देखेंगे कि साल के आखिरी महीने में डिमांड के रुझान कैसे रहते हैं और क्या कंपनियां अपनी अपेक्षाओं को पूरा कर पा रही हैं। इसके अलावा, बाजार के प्रतिभागी स्टॉक्स में फेरबदल, तिमाही अपडेट, फंडरेज़िंग योजनाएं और रेगुलेटरी एक्शन से संबंधित कंपनियों में हो रहे विकास पर भी नजर बनाए रखेंगे।
जिन कंपनियों में आने वाले दिनों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, उनमें लेंसकार्ट, HUL, HDFC बैंक, डालमिया भारत, ICICI बैंक, IRFC, तेजस नेटवर्क्स और कुछ अन्य प्रमुख स्टॉक्स शामिल हैं, जो नए प्रोजेक्ट्स को जीतने या ऑपरेशनल बदलावों का हिस्सा बन सकते हैं। इसलिए इन कंपनियों के स्टॉक पर निवेशकों की नजर बनी रह सकती है।
शुरुआती कारोबार में रुपया सीमित दायरे में
पीटीआई के मुताबिक, सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले संकुचित दायरे में कारोबार कर रहा था, क्योंकि सकारात्मक घरेलू शेयर बाजारों से मिला समर्थन ऊँची कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी निवेशकों की निकासी से नकारा गया। फॉरेक्स व्यापारियों का कहना है कि आयातकों द्वारा डॉलर की भारी मांग ने स्थानीय मुद्रा पर लगातार नकारात्मक दबाव डाला है। इसके अलावा, निवेशक अमेरिका के साथ चल रहे व्यापारिक तनाव को देखते हुए सतर्क रुख अपना रहे हैं, और इस साल के अंत तक कोई समझौते की उम्मीद है। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 89.45 पर खुला। शुरुआती कारोबार में यह गिरकर 89.46 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद स्तर से 1 पैसा की गिरावट को दर्शाता है। शुक्रवार को रुपया 9 पैसे गिरकर 89.45 पर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बंद हुआ था।















