अगर आप भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के कस्टमर हैं तो इस फेस्टिवल सीजन में आपको अपनी बैंकिंग को लेकर खास सावधानी बरतनी चाहिए। एसबीआई ने कस्टमर्स को आगाह करते हुए कहा है कि धोखाधड़ी कॉल और वीडियो से सतर्क रहें, क्योंकि डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल कर आपके साथ धोखाधड़ी हो सकता है। हाल ही में धोखेबाजों ने डीपफेक एआई का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, जिससे वे आपके प्रियजनों या वरिष्ठों का रूप धारण कर आपसे आपातकालीन स्थिति का झूठा एहसास दिलाते हुए पैसे ट्रांसफर करने और निजी जानकारी साझा करने के लिए उकसाते हैं।
पहले सुनिश्चित करें कि जानकारी सही है
खबर के मुताबिक, एसबीआई ने कहा है कि इन धोखाधड़ी के प्रयासों से बचने के लिए, कभी भी कोई राशि ट्रांसफर करने या निजी व संवेदनशील जानकारी साझा करने से पहले सुनिश्चित करें कि जानकारी सही है और आपको भरोसा है। हमेशा पुष्टि करें, चाहे वह किसी के द्वारा फोन किया गया हो या वीडियो कॉल पर
अगर हो जाए धोखाधड़ी तो यहां करें कॉल
अगर आपको 1600 से शुरू होने वाले कॉल आएं, तो यह सुरक्षित और असली है। यह आपका बैंक है। ऐसे कॉल का जवाब देने में संकोच न करें। किसी भी धोखाधड़ी की स्थिति में तुरंत 1930 पर कॉल करें। सुरक्षित रहें और धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें।
बैंकिंग धोखाधड़ी से सुरक्षित रहने के सरल उपाय
जब तक आप स्रोत के बारे में पूरी तरह से सुनिश्चित न हों, तब तक फोन या ईमेल के माध्यम से अपने PIN, OTP (वन टाइम पासवर्ड) या खाता संख्या जैसी निजी जानकारी कभी न साझा करें।
संदेह होने पर हमेशा बैंक से संपर्क करें
अगर आपको किसी कॉल या संदेश पर संदेह हो, तो अपने बैंक के आधिकारिक नंबर (जो आपके कार्ड या स्टेटमेंट पर मिलता है) पर कॉल करके जानकारी की पुष्टि करें।
मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें
अपने अकाउंट के लिए जटिल और सुरक्षित पासवर्ड बनाएं और उन्हें नियमित रूप से बदलते रहें। साथ ही, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) को सक्षम करें जहां भी यह संभव हो।
बैंक स्टेटमेंट की निगरानी करें
अपनी बैंक स्टेटमेंट की नियमित जांच करें और अनधिकृत लेन-देन की पहचान करने के लिए सतर्क रहें। इसके अलावा, लेन-देन अलर्ट सेट करके वास्तविक समय के अपडेट प्राप्त करें।
एंटीवायरस और सॉफ़्टवेयर अपडेट रखें
अपने सभी उपकरणों पर एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर स्थापित करें और नियमित रूप से अपडेट करें। इसके साथ ही, अपने ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्स को भी अप-टू-डेट रखें।
संदिग्ध लिंक और अटैचमेंट से बचें
ईमेल, एसएमएस, या संदेशों में आने वाले अपरिचित लिंक या अटैचमेंट पर कभी क्लिक न करें। इनसे आपकी व्यक्तिगत जानकारी चोरी हो सकती है।
संवेदनशील जानकारी शेयर करने से बचें
अपनी खाता संख्या, PIN जैसी संवेदनशील जानकारी सोशल मीडिया पर या अजनबियों के साथ कभी साझा न करें। ये धोखाधड़ी के प्रयासों का हिस्सा हो सकती