Raigarh News । जिले में एसपी श्री अभिषेक मीना एवं एडिशनल एसपी श्री संजय महादेवा के निर्देशन पर थाना, चौकी प्रभारियों द्वारा फरार स्थायी वारंटों की तामिली के लिए 03 और 04 दिसंबर को दो दिवसीय #विशेष अभियान चलाया गया जिसमें *22 स्थायी वारंट तामिल* किये गये हैं । तामिल किये गए कई वारंट काफी पुराने मामलों के हैं जिसमें कोतवाली का वारंटी राकेश शर्मा वर्ष 2014 में मारपीट तथा श्रीमती मालती चौधरी वर्ष 2016 के मारपीट के केस में वारंट जारी किया गया था । इसी प्रकार चक्रधरनगर पुलिस द्वारा वर्ष 2014 के चिटफंड के आरोपी खोलेन्द्र बरेठ, दुष्कर्म के आरोपी बलवीर सोनी तथा पशुक्रूरता के आरोपी मनोज कुमार को जारी स्थायी वारंट तामिल किये गए है । इसी प्रकार खरसिया चौकी द्वारा वर्ष 2018 मारपीट के आरोपी करण कुमार यादव को जारी वारंट की तामिली किया गया है । वारंटियों की पतासाजी दौरान वारंटी मनहरण साहू निवासी सरवानी खरसिया के मौत होने पर खरसिया पुलिस द्वारा वारंटी का मृत्यु प्रमाण पत्र न्यायालय पेश किया गया है ।
● *लंबे समय से फरार वारंटी आये पुलिस के हाथ, कोरबा, जांजगीर क्षेत्र में दबिश देकर लाये गये कई वारंटी*…..
Raigarh News अभियान दौरान चोरी के मामले में पिछले 10 साल से फरार चल रहे आरोपी सोनू उर्फ मोहरसिंह पिता टीकाराम उम्र 39 वर्ष को #छाल पुलिस द्वारा भांठापारा जांजगीर से गिरफ्तार किया गया है । वहीं #खरसिया पुलिस ने प्रताड़ना के अपराध में पिछले 4 साल से लुक-छिप कर कोरबा में रह रहे वारंटियों को अभियान दौरान कोरबा से हिरासत में लाकर न्यायालय पेश किया गया है । अभियान दौरान थाना छाल द्वारा 06, थाना कोतवाली एवं खरसिया द्वारा 04–04, थाना चक्रधरनगर ने 03, थाना भूपदेवपुर द्वारा 02 तथा थाना तमनार, लैलूंगा एवं चौकी खरसिया से 01-01 स्थायी वारंटों को तामिल कर वारंटियों को न्यायालय पेश किया गया है । गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीना द्वारा क्राइम मीटिंग में जिले में समंस-वारंट की तामिली के स्तर को बढ़ाने को लेकर राजपत्रित अधिकारियों को अभियान चलाकर कार्यवाही का निर्देश दिया गया था जिसके परिपालन में एडिशनल एसपी श्री संजय महादेवा द्वारा कोर्ट कार्य में लगे कर्मचारियों की मीटिंग लेकर जानकारी अपडेट कराये और वारंटियों की धरपकड़ के लिये 02 दिन का अभियान चलाया गया । ज्ञात हो कि एसपी श्री मीना एवं एएसपी श्री संजय महादेवा के निर्देशन पर माह अक्टूबर 2022 में चलाये गये विशेष अभियान में *70 स्थायी वारंट* तामिल कर न्यायालय पेश किये गये थे ।