Raigarh News हादसे की डगर कहे जाने वाले रायगढ़-खरसिया हाईवे में कार और मोटर सायकिल भिडऩे से प्रधान आरक्षक की दर्दनाक मौत हो गई। खाकी वर्दीधारी की जान लेने के बाद कार को लॉक कर आरोपी चालक रफूचक्कर हो गया। बेलगाम रफ्तार के कहर का यह मामला भूपदेवपुर थाना क्षेत्र का है। इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक मूलत: छाल थानांतर्गत ग्राम बोजिया निवासी और प्रधान आरक्षक सागर सिंह राठिया (61 वर्ष) अपनी बेटी और पत्नी के साथ पुलिस लाईन स्थित विभागीय क्वार्टर में रहते थे। शहर के चक्रधर नगर थाने में पदस्थापना होने के कारण सागर सिंह की इन दिनों रेंगालपाली बेरियर में ड्यूटी लगी थी। मंगलवार को निजी काम से छाल की तरफ जाने वाले सागर सिंह शाम सुपर स्प्लेंडर से रायगढ़ वापस हो रहे थे।
बताया जाता है कि देर शाम लगभग 7 बजे बाईक सवार सागर सिंह भूपदेवपुर थाना क्षेत्र के लोढ़ाझर और नवापारा के बीच हाईवे पहुंचे थे। इस दौरान रायगढ़ से खरसिया की तरफ जा रही हुंडई वरना कार (क्रमांक-जेएच 03 वी 4420) के लापरवाह चालक ने अपेक्षाकृत तेज गति से वाहन चलाते हुए पुलिस कर्मी को अपनी गिरफ्त में ले लिया। बेकाबू चार पहिया की चपेट में आने से सागर सिंह बुरी तरह जख्मी हो गया। वर्दीधारी को रक्तरंजित हालत में असहाय देख डर के मारे कार चालक अपनी गाड़ी को सडक़ किनारे खड़ी किया और लॉक करते हुए भाग निकला।
ऐसे में राहगीरों ने 112 नंबर डायल कर हादसे की सूचना दी। इस बीच भूपदेवपुर थाने की पेट्रोलिंग गाड़ी के आने पर जख्मी हेड कांस्टेबल को रायगढ़ के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लाया गया, जहां डॉक्टर्स ने प्राथमिक जांच में ही उनको मृत घोषित कर दिया। बहरहाल, भूपदेवपुर पुलिस ने घटना स्थल से कुछ दूर में लोक पड़ी कार को जब्त करते हुए भादंवि की धारा 304 ए के तहत उसके फरार चालक की सरगर्मी से खोजबीन कर रही है।
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3 माह के बाद रिटायर होने वाले थे
Raigarh News सडक़ हादसे में प्रधान आरक्षक सागर सिंह सिदार के काल कलवित होने की घटना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा ने दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवार को सम्बल प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। अपने कर्तव्य के प्रति हमेशा सजग, अनुशासन प्रिय हेड कांस्टेबल सागर सिंह 3 महीने के बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे। ऐसे में उनके असामयिक मृत्यु से पुलिस विभाग के लोग स्तब्ध हैं।