नई दिल्ली : बीते रविवार देवघर में रोप-वे का सैप (पुल्ली) टूट जाने से हुए हादसे का आज तीसरा दिन है। इस मामले पर अब झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन व जस्टिस एसएन प्रसाद की अदालत स्वतः संज्ञान लिया है। अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड सरकार से पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी है। बता दें, अदालत की तरफ से मीडिया में आई खबरों पर स्वतः संज्ञान लिया गया है। अदालत की तरफ से कहा गया है कि साल 2009 में भी इस तरह की गड़बड़ी हुई थी लेकिन उससे सबक नहीं लिया गया और दोबारा ये घटना घटी है। झारखंड हाईकोर्ट इस मामले में 26 अप्रैल को सुनवाई करेगी।
रोप-वे का सैप टूटने से हुआ था हादसा
बीते रविवार को देवघर में रोप-वे का सैप (पुल्ली) टूट जाने पर ये हादसा हुआ। इसी पुल्ली के सहारे तार पर केबिन सरकते हैं लेकिन इसके टूटने से दो केबिन आपस में टकरा गए। घटनास्थल पर मौजूद कई लोगों का ये कहना था कि रोप-वे का रखरखाव अगर ठीक तरीके से किया जाता तो ये हादसा नहीं होता। समय-समय पर रोप-वे की जांच की जानी चाहिए थी।
देवघर रोप-वे की घटना पर झारखंड हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। झारखंड हाईकोर्ट इस मामले में 26 अप्रैल को सुनवाई करेगी। इससे पहले राज्य को एक हलफनामे के जरिए विस्तृत जांच रिपोर्ट दाख़िल करने को कहा गया है।
इस घटना में अब तक 3 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। लोगों को बचाने के लिए रविवार से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस हादसे पर नजर बनाए हुए थे। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से रेस्क्यू आपरेशन पर विमर्श किया था।