सावन में हर दिन शिवजी को इन नामों से पुकारें और फिर देखें शिव सहस्रनाम का चमत्कार, श्रद्धापूर्वक इसका नित्य पाठ करे एक बार शुद्ध अंतःकरण वाले मुनियों ने सूतजी से निवेदन किया, ‘हे महाभाग! हमें यह बताइये कि भगवान शिव के वे सहस्र नाम कौन-कौन से हैं, जिनके स्मरण से परम कृपालु महेश्वर शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। कृपया उन नामों की महिमा तथा उनके पाठ से प्राप्त होने वाले फल का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।’ सूतजी ने भगवान शंकर के चरणों का ध्यान करते हुए उत्तर दिया, ‘हे मुनिगण! शिव के सहस्र नाम अत्यंत पुण्यदायक, दोषनाशक और कल्याणकारी हैं। इन नामों का नित्य स्मरण या पाठ करने से सांसारिक दुखों का अंत होता है, साथ ही आत्मा भी परम शांति का अनुभव करती है। जो व्यक्ति श्रद्धा और नियमपूर्वक प्रतिदिन इन नामों का पाठ करता है, वह स्वप्न में भी किसी प्रकार का दुःख नहीं भोगता।’ आईये जानते है इसकी सम्पूर्ण विधि।
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After worshipping Shiva, recite these thousand names शिव की पूजा के उपरांत इन सहस्र नामों का पाठ
यह स्तोत्र विशेष रूप से उन लोगों के लिए कल्याणकारी है जो मानसिक अशांति, रोग, ऋण, शत्रु भय या राजकीय संकसे पीड़ित हैं। यदि कोई व्यक्ति विधिपूर्वक इसका सौ बार पाठ करता है, तो उसे जीवन में सुख, सुरक्षा और संतुलन अवश्य प्राप्त होता है। यह स्तोत्र विद्या, धन, आरोग्य, समृद्धि और सदैव शिवभक्ति प्रदान करने वाला है। जो साधक प्रतिदिन प्रातःकाल स्नान करके, शिव की पूजा के उपरांत इन सहस्र नामों का पाठ करता है, उसे सिद्धि और अभीष्ट की प्राप्ति सहज हो जाती है। यह स्तोत्र साधक को मोक्ष अर्थात् शिव में एकाकार होने का अवसर भी प्रदान करता है। सूतजी ने अंत में कहा, हे मुनीश्वरगण! यह स्तोत्र अत्यंत पवित्र है और पापों का नाश करने वाला है। जो व्यक्ति इसे भक्ति और निष्ठा से सुनता या पढ़ता है, वह इस जन्म में सुखी रहता है और मृत्यु के उपरांत दिव्य गति को प्राप्त करता है। शिव की पूजा के उपरांत इन सहस्र नामों का पाठ.
Some names of Shiva Sahasranamaavali शिव सहस्त्रानामावली के कुछ नाम
शिव सहस्त्रानामावली के कुछ नाम शिव के सहस्र नामों में छिपी है वह अद्भुत ऊर्जा, जो जीवन के हर अंधेरे को उजाले में बदल सकती है। शिव, आशुतोष, हर, रुद्र, पुष्कर, सदाचार, शंभु, महेश्वर, कपाली, गणेश्वर, देवेदेव, त्रिलोचन, महादेव, वागीश, महायोगी, कालकाल, श्रीकण्ठ, नीलकण्ठ, सुरेश, पशुपति, दक्ष इत्यादि सहस्त्र नामों का वर्णन शिव पुराण में मिलता है। जब हम भगवान शिव के प्रति पूर्ण समर्पण की भावना से शिव के प्रत्येक नाम का स्मरण करते हैं, तो वह केवल नाम रूपी शब्द नहीं रह जाते, वे चेतना के कंपन बनकर भीतर गहराई तक असर कर व्यक्ति के दुर्भाग्य को दूर करते हैं। शिव सहस्त्रानामावली के कुछ नाम.