Delhi Murder Case: श्रद्धा मर्डर केस में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. श्रद्धा के परफेक्ट मर्डर की प्लानिंग करने वाले आफताब पर शिकंजा कसता जा रहा है. जी न्यूज को मिली एक्सलूसिव जानकारी के मुताबिक 18 मई यानी कत्ल वाले दिन आफताब ने ना सिर्फ आरी के 3 ब्लेड और हथौड़ा खरीदा बल्कि 250 ग्राम बड़ी कीलें भी खरीदी थीं. दिल्ली के छतरपुर पहाड़ी की जिस दुकान से ये सारी चीजें खरीदी, उनसे पुलिस अब ये जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर आफताब ने क्यों ऐसा किया.
जी न्यूज के पास श्रद्धा के आखिरी चैट की तस्वीरें हैं. इस चैट में वो अपने दोस्त के साथ बात कर रही हैं. उन्होंने अपने दोस्त से कहा कि वो कुछ दिनों से काफी व्यस्त है और उनके पास कुछ खबर है (I Have Got News). ये चैट 18 मई को 4 बजकर 34 मिनट का है, जिसके बाद उनके दोस्त ने कई बार मैसेज किया. लेकिन श्रद्धा की तरफ से कोई जवाब नहीं आया
कत्ल के 4 महीने बाद की है चैट
अब आपको एक और चैट दिखाते हैं जो श्रद्धा के कत्ल के 4 महीने बाद की है. ये चैट आफताब और श्रद्धा के कॉमन फ्रेंड की है, जिसमें आफताब ने लिखा है कि श्रद्धा को बोलो, मुझे कॉल करे.
आफताब दुनिया को ये दिखाना चाहता था कि श्रद्धा आफताब से ब्रेक अप करके कहीं चली गई है और उससे बात नहीं कर रही है. हालांकि पुलिस जांच में सामने आया है कि आफताब और श्रद्धा का ब्रेकअप हो चुका था. और वो दिल्ली में रूम मेट की तरह रह रहे थे, लेकिन इसके बावजूद भी आफताब ने श्रद्धा को नहीं बख्शा और उसे बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया.
आफताब के लिए अपनों को छोड़ देने वाली श्रद्धा के प्यार का अंजाम बेहद दर्दनाक साबित हुआ. श्रद्धा को पहले से ही ये डर सता रहा था कि आफताब उसे मारकर उसके टुकड़े-टुकड़े करना चाहता है और इस बात का खुलासा इस चिट्ठी में हुआ है जो साल 2020 में श्रद्धा ने वसई पुलिस को लिखी थी.
जी न्यूज के पास शिकायत की कॉपी
के पास शिकायत की वो कॉपी है. जिसमें श्रद्धा ने ये साफ कहा है कि आफताब उसे मारने की कोशिश कर रहा है और इस बात की जानकारी आफताब के माता-पिता को भी है. आफताब और श्रद्धा मुंबई में साथ रहते थे और श्रद्धा आफताब के साथ शादी के सपने देख रही थी लेकिन जब आफताब ने हैवान का रूप ले लिया तो श्रद्धा डर गई और उससे किसी तरह दूर जाना चाहती थी. श्रद्धा ने अपनी शिकायत में ये भी कहा था कि आफताब ने उसे मारकर टुकड़े-टुकड़े करने की धमकी भी दी है. और 18 मई की रात श्रद्धा का ये डर हकीकत में बदल गया. आफताब ने श्रद्धा के एक या दो नहीं बल्कि 35 टुकड़े किए और अपनी लव स्टोरी को एक हॉरर स्टोरी बना दिया.
चिट्ठी ने खोली जुल्म की कहानी
श्रद्धा की शिकायत की चिट्ठी उस पर हुए जुल्म की कहानी को साफ बयां कर रही है. श्रद्धा ने अपने पूरे दर्द को इस चिट्ठी में उतार दिया. श्रद्धा ने चिट्ठी में लिखा कि आफताब उसे ब्लैकमेल करता है और उसे पीटता है. साल 2020 की श्रद्धा की इस तस्वीर में उसके चेहरे पर चोट के निशान आफताब की हैवानियत की गवाही दे रहे हैं.
श्रद्धा ने शिकायत में लिखा कि आफताब मुझे 6 महीने से मार रहा है. लेकिन मुझमें इतनी हिम्मत नहीं कि मैं पुलिस के पास जाऊं, क्योंकि वो मुझे मार देगा. श्रद्धा ने इससे पहले कई बार पुलिस के पास जाने की कोशिश की थी. और इसके लिए अपने दोस्तों से मदद भी मांगी थी. लेकिन जैसे ही आफताब को इस बात की भनक लगती, वैसे ही आफताब श्रद्धा को पीटता था. साल 2020 में रीढ़ की हड्डी में चोट की वजह से श्रद्धा अस्पताल में भी भर्ती हुई थी.
श्रद्धा ने काफी समय तक आफताब के जुल्म सहे. लेकिन जब उसकी इंतेहा हो गई तो श्रद्धा ने वसई पुलिस से मदद मांगी और कहा कि अब मैं आफताब के साथ नहीं रहना चाहती और किसी भी तरह की शारीरिक चोट के लिए वो ज़िम्मेदार होगा क्योंकि वो मुझे लगातार चोट पहुंचाने और जान से मारने की धमकी दे रहा है. लेकिन उसके बाद ना जाने ऐसा क्या हुआ कि श्रद्धा आफताब के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गई और यहां आकर आफताब की दरिंदगी का शिकार हो गई.
आफताब का परिवार जिम्मेदार!
श्रद्धा के साथ हुई दरिंदगी के लिए कहीं ना कहीं आफताब का परिवार भी ज़िम्मेदार है. क्योंकि आफताब का परिवार इस बात से रूबरू था कि उनका बेटा श्रद्धा के साथ जानवरों जैसा बर्ताव करता है. इस बात का खुलासा श्रद्धा की उस चिट्ठी में है, जो उसने वसई पुलिस को लिखी थी. श्रद्धा ने शिकायत पत्र में लिखा कि आफताब के माता-पिता को ये पता है कि वो मुझे मारता है और उसने मेरी हत्या की भी कोशिश की है. उन्हें ये भी पता है कि हम लोग यहां साथ रहते हैं और वो यहां वीकेंड पर आते भी हैं. मैं उसके साथ अबतक इसलिए रह रही थी क्योंकि मुझे ये उम्मीद थी कि हमारी जल्द शादी हो जाएगी और मुझे उसके परिवार का भी आशीर्वाद मिल जाएगा.
लेकिन श्रद्धा के सारे सपने चकनाचूर हो गए और श्रद्धा की ज़िंदगी का बस एक ही मकसद रह गया कि वो किसी तरह इस रिश्ते से आज़ाद हो सके. लेकिन आफताब के सिर पर जैसे खून सवार था और आफताब ने 18 मई की रात को श्रद्धा को बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया.
आफताब के परिवार का बयान दर्ज
श्रद्धा हत्याकांड के बाद से ही आफताब का परिवार गायब था और दिल्ली पुलिस लंबे समय से उनकी तलाश कर रही थी लेकिन अब आखिरकार आफताब के परिवार को सामने आना ही पड़ा. फिलहाल पुलिस ने आफताब के परिवार का बयान दर्ज कर लिया है. दिल्ली पुलिस ने आफताब के परिवार से आफताब और श्रद्धा के रिश्तों को लेकर पूछताछ की और ये भी कबूला कि हत्या के बाद आफताब मुंबई भी आया था.
श्रद्धा हत्याकांड का सच सामने लाने के लिए श्रद्धा के दोस्त और कई जानने वालों ने आगे आकर पुलिस जांच में मदद की है. सोशल वर्कर पूनम बिड़लानी वो गवाह हैं कि जिन्होंने खुद श्रद्धा के जख्म देखे थे.करीब दो साल पहले आफताब और श्रद्धा जब मुंबई में लिव इन में रहते थे, तब भी आफताब ने श्रद्धा के साथ मारपीट की थी. उस समय श्रद्धा ने पूनम से मदद मांगी थी खास बातचीत में पूनम बिडलानी ने उस घटना के बारे में बताया.पूनम ने कहा कि जब श्रद्धा उससे मिली तो उसके चेहरे पर चोट के निशान थे. श्रद्धा आफताब से प्यार करती थी, उसके साथ जिंदगी बिताना चाहती थी लेकिन आफताब छोटी छोटी बातों पर उसके साथ मार पीट करता था. पूनम बिडलानी ने ये भी खुलासा किया कि आफ़ताब श्रद्धा को मार कर अपने माता पिता के पास चला जाता था.
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Delhi Murder Case पूनम ने दावा किया है कि आफताब के माता-पिता श्रद्धा को आफताब के खिलाफ़ FIR करने से रोकते थे…और उसे आफताब के साथ रहने के लिए मनाते थे. पूनम के मुताबिक श्रद्धा ने आफताब के खिलाफ पुलिस में शिकायत तो की थी लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं करवाई. अगर तब श्रद्धा ने आफताब की असलियत पहचान कर उसके खिलाफ कानूनी एक्शन लिया होता तो शायद आज वो जिंदा होती.