श्चिम बंगाल को सुलगाने की एक बड़ी साजिश रची जा रही थी। बीरभूम हिंसा की सीबीआई जांच के बीच यहां बड़ी मात्रा में बम मिले हैं। पुलिस को यहां के सिकंदरपुर गांव के एक फुटबाल मैदान के पास एक झोले में देशी बम मिले। इसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। जानकारी के बाद सीआईडी के बम निरोधक दस्ते को बुलाकर इन बमों को निष्क्रिय कराया गया है।
अब तक 21 लोगों की हुई गिरफ्तारी
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हिंसा मामले में पुलिस ने 21 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से अधिकांश राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं। उधर, सीबीआई ने इन 21 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149 और अन्य धाराएं लगाई हैं। ये धाराएं सशस्त्र दंगे से संबंधित हैं। बीरभूम जिले के बागतुई गांव में आठ लोगों को जिंदा जलाए जाने की घटना के बाद शुक्रवार को कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। इससे दबाव में आई ममता सरकार ने पुलिस को ताबड़तोड़ गिरफ्तारी का आदेश दिया था। बीते 72 घंटे में पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है।
टीएमसी के सत्ता में आने के बाद सबसे बड़ी गिरफ्तारी
ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस 2011 में बंगाल की सत्ता में आई थी। इसके बाद से यह सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं की सबसे बड़ी गिरफ्तारी है।पुलिस ने टीएमसी के उप प्रधान भादू शेख की हत्या के मामले में भी एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। शेख की हत्या के बदले के तहत ही यह हिंसा भड़की थी, जिसमें आठ लोगों को जिंदा जला दिया गया था। कुल 10 लोग इस हिंसा में मारे गए हैं।
घायलों से बातचीत करेगी सीबीआई
सीबीआई की टीम आज एक अस्पताल पहुंचेगी। यहां टीम के अधिकारी हिंसा में घायल लोगों से बातचीत करेंगे। इसके अलावा अधिकारी जांच के सिलसिले में स्थानीय लोगों से भी बातचीत कर सकते हैं।