Top Business Idea 2025:यह यदि आप पारंपरिक खेती से हटकर के यह कुछ ऐसा करना चाहते हैं की जिससे यह कम निवेश में यह अधिक मुनाफा भी मिले, तो यह काली मिर्च की खेती से आपके लिए यह एक शानदार विकल्प भी बन सकती है। जिसमे यह खेती से मिसाल पेश हो गयी है। सिर्फ 10,000 रुपये से इसकी शुरुआत की और आज हर महीने लाखों रुपये की कमाई हो रही हैं।
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खेती की कहानी बनी प्रेरणा
यह शुरुआत में 5 एकड़ भूमि पर काली मिर्च की खेती जैविक तरीकों से करे। जिसमे यह कारी मुंडा नामक किस्म को अपनाया और फिर यह अपने खेतों में जैविक खाद का ही इसमें प्रयोग करे। जिससे यह उनकी मेहनत भी रंग लाएगी और यह आज काली मिर्च की देश-विदेश में भी बहुत ही जबरदस्त मांग है।
कैसे होती काली मिर्च की खेती
यह काली मिर्च की फसल को भी अधिक ठंड या अधिक गर्मी से भी नहीं सह सकती। जिसमे यह नमी वाली जलवायु और छायादार वातावरण में भी इसकी बेलें तेजी से ही विकसित होती रहती हैं। यह नारियल और सुपारी के पेड़ों के साथ में यह फसल भी बहुत ही अच्छी होती है जिसमे यह क्योंकि उन्हें सहारा देने के लिए पेड़ों की आवश्यकता होती है।
काली मिर्च की बुवाई का आसान तरीका
यह काली मिर्च की बुवाई के लिए यह पेड़ से ही 30 सेंटीमीटर की दूरी पर गड्ढा को खोदकर के उसमें जैविक खाद और इसमें साफ मिट्टी को डालें। इसमें बीएचसी पाउडर को डालकर के यह पौधों की रोपाई को भी करें। और इसकी बेलों को सहारा देने के लिए उसके आसपास में पेड़ या लकड़ी के खंभे को लगाए जा सकते हैं। यह भारत में सबसे अधिक काली मिर्च का उत्पादन केरल में होता है, जो की देश की 98 प्रतिशत काली मिर्च को यह पैदा करता है। इसके अलावा यह तमिलनाडु, कर्नाटक और महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में भी यह खेती बड़े पैमाने पर होती है।
400 रुपये प्रति किलो बिकती मिर्ची
यह काली मिर्च की कीमत बाजार में इस समय में यह 350 से 400 रुपये प्रति किलो है। जिसमे पेड़ से फलियां तोड़ने के बाद में यह उन्हें पानी में डुबोकर के सुखाया जाता है, जिससे दानों को अच्छा रंग और गुणवत्ता भी मिलती है। यह किसान इसे सीधे मंडी या खुदरा दुकानदार को बेचकर के मोटा मुनाफा कमा सकते हैं।
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