नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच एक राहतभरी खबर है. देश में 15 से 18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन पहले ही शुरू हो चुका है और अब मार्च तक 12 से 15 साल तक के बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू होने जा रहा है. इसको लेकर NTAGI यानी नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन की बैठक में जल्द फैसला हो सकता है.
वैक्सीनेशन तेज करने की तैयारी
मार्च तक 15 से 18 उम्र के बच्चों का टीकाकरण पूरा होने की उम्मीद है जिसके बाद 12 साल से 15 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू किया जाता सकता है. इसके लिए वैक्सीन भी उपलब्ध हैं. 12 से 15 साल के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन के लिए DCFI यानी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मंजूरी मिल चुकी है.
भारत बायोटेक की कोवैक्सीन 12 से 15 साल के आयुवर्ग में दी जा सकती है. अभी 15 से 18 एज ग्रुप में यही वैक्सीन दी जा रही है. कोविड टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ एन. के. अरोड़ा ने सोमवार को कहा कि 15-18 वर्ष के आयु वर्ग में अनुमानित 7.4 करोड़ (7,40,57,000) आबादी में से 3.45 करोड़ से ज्यादा को अब तक कोवैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है और उन्हें 28 दिनों में दूसरी डोज दी जानी है.
15-18 एज ग्रुप का वैक्सीनेशन जल्द होगा पूरा
उन्होंने कहा, ‘इस आयु वर्ग के किशोर वैक्सीनेशन प्रोसेस में उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं, और टीकाकरण की इस स्पीड को देखते हुए, 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के शेष लाभार्थियों को जनवरी के अंत तक पहली डोज लग जाने की संभावना है. उसके बाद उनकी दूसरी डोज फरवरी के आखिर तक दिए जाने की उम्मीद है.’
अरोड़ा ने कहा कि 15-18 वर्ष के आयु वर्ग का टीकाकरण हो जाने के बाद, सरकार मार्च में 12-15 वर्ष के आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान शुरू करने के बारे में नीतिगत फैसला कर सकती है. उन्होंने बताया कि 12-15 वर्ष के आयु वर्ग में अनुमानित आबादी 7.5 करोड़ है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 15-18 साल के बच्चों को 3.45 करोड़ से ज्यादा पहली डोज दी जा चुकी हैं. भारत में कोविड वैक्सीनेशन कैंपेन पिछले साल 16 जनवरी को शुरू हुआ था.